एसजेवीएन ने किए विद्युत मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर

शिमलाः एसजेवीएन लिमिटेड ने भारत सरकार के साथ वर्ष 2019-20 के लिए एक समझौता ज्ञापन पर आज नई दिल्‍ली में हस्‍ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर भारत सरकार के सचिव (विद्युत),  अजय कुमार भल्‍ला और एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्‍द लाल शर्मा ने हस्‍ताक्षर किए।

 समझौता ज्ञापन में निर्धारित लक्ष्‍यों के अनुसार एसजेवीएन द्वारा ”सर्वोत्‍तम ” श्रेणी के तहत वर्ष के दौरान 9100 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन किया जाना है।  इसके अलावा प्रचालनात्‍मक कार्यकुशलता और परियोजना निगरानी से संबंधित अन्‍य लक्ष्‍यों के साथ एसजेवीएन के लिए सर्वोत्‍तम श्रेणी के तहत 1175 करोड़ रुपए के पूंजीगत व्‍यय (कैपेक्‍स) तथा 2450 करोड़ रुपए के टर्नओवर का लक्ष्‍य रखा गया है।

समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर के समय विद्युत मंत्रालय से संयुक्‍त सचिव (हाईड्रो) अनिरुद्ध कुमार, निदेशक (हाईड्रो-I), सुनील गौतम तथा अवर सचिव (हाईड्रो-II), कुंदन कुमार और एसजेवीएन से निदेशक (वित्‍त),  ए.एस.बिन्‍द्रा, निदेशक (विद्युत),   आर.के.बंसल, निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर तथा निदेशक (सिविल),  एस.पी.बंसल सहित अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान नंद लाल शर्मा ने सचिव (विद्युत) को अवगत कराया कि 2015 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता के साथ, एसजेवीएन वित्‍तीय वर्ष 2018-19 में अपने हितधारकों को 589.47 करोड़ रुपए का अंतरिम लाभांश पहले ही अदा कर चुका है। उन्‍होंने आगे बताया कि एसजेवीएन ने हाल ही में इसकी पूर्ण स्‍वामित्‍व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजेवीएन थर्मल प्रा. लिमिटेड (एसटीपीएल) के माध्‍यम से ईपीसी आधार पर 1320 मेगावाट की बक्‍सर ताप विद्युत परियोजना के मुख्‍य संयंत्र संकार्यों को अवार्ड किया है। शर्मा ने सचिव (विद्युत) को आश्‍वस्‍त किया कि एसजेवीएन निश्चित रूप से 2023 तक 5000 मेगावाट कंपनी, 2030 तक 12000 मेगावाट कंपनी तथा 2040 तक 25000 मेगावाट कंपनी बनने के महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍यों को हासिल करेगा।

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