- राज्य विद्युत बोर्ड में तकनीकी कर्मचारियों के 600 पद शीघ्र भरेंगे
- प्रदेश की ऊर्जा क्षमता के दोहन के लिए प्रयास जारी : मुख्यमंत्री
- : बोर्ड के फील्ड कर्मचारियों को सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत मिलेगा मोबाइल भत्ता
शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड तकनीकी कर्मचारी संघ के 19वें स्थापना दिवस की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश देश में ऊर्जा राज्य के रूप में जाना जाता है तथा इसका श्रेय राज्य विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों को जाता है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के कर्मचारी कर्मठता एवं प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं ताकि प्रदेश के हर घर में उजाला हो सके। मुख्यमंत्री ने लाइनमैन से फोरमैन बनने की न्यूनतम आवश्यक सेवाकाल को 7 साल से घटाकर 5 साल करने की घोषणा की। उन्होंने घोषणा की कि बोर्ड के फील्ड कर्मचारियों को सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत मोबाइल भत्ता भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य विद्युत बोर्ड में तकनीकी कर्मचारियों के 600 पद शीघ्र ही भरे जाएंगे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में अपार संभावनाएं विद्यमान हैं तथा निजी क्षेत्र भी प्रदेश के इस क्षेत्र में निवेश करने में रुचि दिखा रहा है। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्त्व राजनैतिक उद्देश्यों के लिए इसमें बाधा उत्पन्न कर रहे हैं तथा जहां भी नई परियोजना आरंभ होती है, ये तत्त्व वहां निर्माण कार्यों को बाधित करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में 10 हजार मेगावाट ऊर्जा का दोहन किया गया है तथा निजी, सार्वजनिक एवं सरकारी सहभागिता के माध्यम से शेष क्षमता का शीघ्र दोहन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र इस उद्देश्य के लिए नई ऊर्जा नीति तैयार करेगी।