- कंपनियों की मनमानी चलने नहीं दी जाएगी
शिमला: उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने विधानसभा में जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही सीमेंट कंपनियों से इसे लेकर बैठक की जाएगी और मूल्य कम करने की कोशिश की जाएगी। विधानसभा सदन में आज सीमेंट के महंगे होने को लेकर विपक्ष द्वारा कई सवाल उठाए गए।
विधानसभा में विधायक लखविंद्र राणा ने उद्योग मंत्री से सवाल किया कि बाहरी राज्यों की अपेक्षा हिमाचल में सीमेंट कंपनियों द्वारा सींमेट महंगा बेचा रहा है। इसका जवाब देते हुए उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि कंपनियों की ये मनमानी किसी भी सूरत में चलने नहीं दी जाएगी। इसे लेकर जो भी सुझाव होंगे उन पर गौर किया जाएगा। सरकार जल्द ही सीमेंट कंपनियों के साथ बैठक करने जा रही है। बैठक में सीमेंट के रेट कम करने के लिए कंपनियों पर दबाव बनाया जाएगा।
विधायक राजेंद्र राणा ने प्रश्नकाल के दौरान सीमेंट के रेट कम करने के लिए तारीख तय किए जाने को लेकर अनुपूरक सवाल किया। इस पर उद्योग मंत्री ने कहा कि अभी तारीख तय करना संभव नहीं है, लेकिन सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
विधायक रामलाल ठाकुर ने सदन को अवगत करवाया कि बाहरी राज्यों की अपेक्षा बिलासपुर में ही सीमेंट महंगा है, जबकि ये सीमेंट यहीं तैयार हो रहा है। स्थानीय लोगों को सीमेंट सस्ता मिलना चाहिए। विधायक सुखराम ने पांवटा में बन रहे सीमेंट के दाम 50 किलोमीटर के दायरे में कम करवाने का आग्रह किया। विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने खाद्य आपूर्ति निगम के माध्यम से सीमेंट की बिक्री शुरू करने का मामला उठाया। जवाब में उद्योग मंत्री ने कहा कि खाद्य आपूर्ति निगम के माध्यम से सीमेंट बिक्री संभव नहीं है। कंपनियों को प्रदेश सरकार की ओर से ट्रांसपोर्ट सब्सिडी नहीं दी जाती है।