ऐमजॉन को लगाया 25 साल के युवक ने 1.3 करोड़ का चूना

ऐमजॉन को लगाया 25 साल के युवक ने 1.3 करोड़ का चूना

आरसी ब्यूरो, बेंगलुरु: 25 साल के एक युवक ने ई-कॉमर्स साइट ऐमजॉन को 1.3 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। दरअसल इस युवक ने कथित तौर पर ई-कॉमर्स साइट द्वारा दिए गए टैब के जरिए कार्ड द्वारा भुगतानों में हेराफेरी करके इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया। इस युवक ने अपने दोस्तों को भी महंगे उत्पाद ऑर्डर करने को कहा और बिना किसी पैसे के ट्रांसफर के उत्पाद पहुंचा दिए। पुलिस ने इस मामले में 4 युवकों को 25 लाख रुपये की कीमत के सामान के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसमें 21 स्मार्टफोन, 1 लैपटॉप, एक आइपॉड, 1 ऐपल की घड़ी शामिल है। इसके साथ ही पुलिस ने 4 बाइक भी सीज कर दी हैं।

वहीं इस मामले में एसपी का कहना है कि हमें संदेह है कि दर्शन ने फर्जी अलर्ट के जरिए इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। हमने टैब को फरेंसिक लैब में भेज दिया है। हमें ऐसे भी ग्राहक मिले हैं, जो फर्जी पते से ऑर्डर कर रहे थे। धोखाधड़ी के मामले में पुनीत (19), सचिन शेट्टी (18) के अलावा अनिल शेट्टी (24) को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी चिकमंगलुरु के रहने वाले हैं। ये सोचने की बात है कि 10 क्लास की पढ़ाई छोड़ने वाले इस युवक ने कैसे ऐमजॉन को 1.3 करोड़ रुपये का चुना लगाया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक धोखाधड़ी का ये मामला सितंबर 2017 और फरवरी 2018 के बीच सामने आया। इस अवधि में ऐमजॉन को चिकमंगलुरु शहर से 4,604 ऑर्डर्स मिले। ये सभी उत्पाद दर्शन के द्वारा पहुंचाए गए, जो कि एकदंत कोरियर कंपनी में काम करता था। एकदंत कंपनी के साथ ऐमजॉन का करार था कि वो उसके प्रॉडक्ट्स पहुंचाएगा और पेमेंट भी लेगा। हालांकि ये मामला अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि दर्शन ने भुगतान प्रणाली के साथ छेड़छाड़ की थी।

दर्शन ने कार्ड स्वाइप करते वक्त एक फर्जी पेमेंट अलर्ट तैयार किया था। उन्होंने बताया कि ऐमजॉन के अधिकारियों को तिमाही ऑडिट के दौरान ठगी के बारे में जानकारी हुई। ये ऑडिट फरवरी में आयोजित हुई थी। उन्होंने हमारे पास एक शिकायत दर्ज कराई। हमने दर्शन समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले में अभी 2 आरोपी फरार हैं। 8 मार्च को ऐमजॉन के सीनियर मैनेजर नवीन कुमार ने बसवनहल्ली थाने में दर्शन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने कंपनी को 1.3 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। ऐमजॉन ने दर्शन को ग्राहकों से भुगतान और डिलिवरी से जुड़ी जानकारियों के लिए डिजिटल टैब दे रखा था। बहरहाल पुलिस इस बात की तलाश में जुटी है कि दर्शन ने कार्ड द्वारा किए गए भुगतान में कैसे हेराफेरी की।

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