मुख्यमंत्री ने धर्मशाला को दी करोड़ों रूपये की सौगात

  • मुख्यमंत्री ने रखी धर्मशाला नगर निगम परिसर की आधारशिला
  • मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में 34 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं की समर्पित
  • मुख्यमंत्री ने किया रक्कड़ में 3.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमुडा के तीन मंजिला वृत कार्यालय भवन का लोकार्पण
  • मुख्यमंत्री ने रखी धर्मशाला नगर निगम परिसर की आधारशिला
  • मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में 34 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं की समर्पित
  • मुख्यमंत्री का संगठित एवं योजनाबद्ध विकास के लिए नगर निगमों के सृजन पर बल
  • धर्मशाला नगर निगम भवन को पर्याप्त धनराशि प्रदान की जाएगी
  • रामपा रक्कड़ के भवन निर्माण के लिए 50 लाख की घोषणा
मुख्यमंत्री ने धर्मशाला को दी करोड़ों रूपये की सौगात

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला को दी करोड़ों रूपये की सौगात

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज धर्मशाला में 34 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं लोगों को समर्पित की। उन्होंने धर्मशाला के समीप चरणखुडड में 17 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नगर निगम कार्यालय परिसर की आधारशिला रखी। उन्होंने रक्कड़ में 3.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमुडा के तीन मंजिला वृत कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया। हिमुडा द्वारा राज्य में निर्मित यह पहला ऐसा भवन है जो खोखले स्टील बीम तथा कॉलम सहित प्रि-फेब्रिकेटिड तकनीक से निर्मित किया गया है और पूरी तरह से भूकंप रोधी है।

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में तीन करोड़ रुपये की लागत से निर्मित उप-मंडलीय भू-संरक्षण कार्यालय तथा किसान प्रशिक्षण केन्द्र तथा धर्मशाला में 5.18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित शिक्षकों के शिक्षण कॉलेज के प्रशासनिक एवं शिक्षण खंड का भी लोकार्पण किया। उन्होंने चामुंडा के समीप जदरांगल में 5.26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र की आधारशिला रखी। इसके बन जाने से क्षेत्र के लोगों को कम वोल्टेज की समस्या से निजात मिलने के साथ-साथ ट्रांसमिशन व वितरण क्षति में भी कमी आएगी।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज धर्मशाला में 34 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं लोगों को समर्पित की। उन्होंने धर्मशाला के समीप चरणखुडड में 17 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नगर निगम कार्यालय परिसर की आधारशिला रखी। उन्होंने रक्कड़ में 3.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हिमुडा के तीन मंजिला वृत कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया। हिमुडा द्वारा राज्य में निर्मित यह पहला ऐसा भवन है जो खोखले स्टील बीम तथा कॉलम सहित प्रि-फेब्रिकेटिड तकनीक से निर्मित किया गया है और पूरी तरह से भूकंप रोधी है।

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में तीन करोड़ रुपये की लागत से निर्मित उप-मंडलीय भू-संरक्षण कार्यालय तथा किसान प्रशिक्षण केन्द्र तथा धर्मशाला में 5.18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित शिक्षकों के शिक्षण कॉलेज के प्रशासनिक एवं शिक्षण खंड का भी लोकार्पण किया। उन्होंने चामुंडा के समीप जदरांगल में 5.26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 33 के.वी. विद्युत उप-केन्द्र की आधारशिला रखी। इसके बन जाने से क्षेत्र के लोगों को कम वोल्टेज की समस्या से निजात मिलने के साथ-साथ ट्रांसमिशन व वितरण क्षति में भी कमी आएगी।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि शहरों का संगठित एवं योजनाबद्ध विकास के साथ सार्वजनिक सहभागिता सुनिश्चित बनाने के लिए राज्य के बड़े शहरों में और नगर निगमों के सृजन की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री आज धर्मशाला के दाड़ी में नगर निगम के नव निर्वाचित सदस्यों द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंद समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि धर्मशाला शहर के लोग न केवल नगर निगम बनाने के उनके प्रस्ताव पर सहमत थे बल्कि हाल ही के नगर निगम के चुनावों में जनादेश कांग्रेस पार्टी को दिया जहां इन नगर निगम चुनावों में कांग्रेस पार्टी से सम्बद्ध 17 में से 14 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि नगर निगम के बन जाने से शहर का योजनाबद्ध एवं चरणबद्ध तरीके से विकास सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि धर्मशाला, शिमला के बाद प्रदेश की दूसरी राजधानी है और इसके दृष्टिगत ही उन्होंने स्कूल शिक्षा बोर्ड को धर्मशाला स्थानांतरित करने का निर्णय लिया था जिसका आरम्भ में अनेक लोगों ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि वह राज्य के प्रत्येक क्षेत्र का समान विकास चाहते हैं और उनके लिए हिमाचल प्रदेश एक है और कोई भी इसे क्षेत्र एवं धर्म के नाम पर बांट नहीं सकता है।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि हम सभी एक धर्म निर्पेक्ष राज्य के नागरिक हैं तथा स्नेह एवं भाईचारे को बढ़ावा देने और विकास सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति करते हैं, वे देश के शत्रु हैं। उन्होंने कहा कि वे कभी भी भाजपा की आलोचना करना नहीं चाहते हैं, लेकिन भाजपा की विचारधारा देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव नीतियों, कार्यक्रमों तथा विचारधारा के आधार पर होने चाहिएं न कि जाति, रंगभेद, धर्म तथा क्षेत्र के आधार पर।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा द्वारा एक मात्र धर्म के आधार पर देश के निर्माण की विचारधारा अनुचित है और हमें अपने राष्ट्र तथा तिरंगे का मान रखने की आवश्यकता है जिसके लिए हम सभी को एक जुट होने तथा सभी धर्मों का आदर करने की आवश्यकता है। वीरभद्र सिंह ने राजकीय माध्यमिक पाठशाला रक्कड़ के भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में सौर लाइटें स्थापित करने तथा धर्मशाला में नगर निगम कार्यालय निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों को नगर निगम की लिखित प्रस्तावना भेंट की। इससे पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि धर्मशाला नगर निगम मुख्यमंत्री के प्रयासों के फलस्वरूप ही बन पाया है। मुख्यमंत्री ने धर्मशाला को राज्य का दूसरा नगर निगम बनाने की सहमति प्रदान की थी।

उन्होंने कहा कि धर्मशाला एक आदर्श शहर एवं स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है और प्रदेश सरकार शहर के आंतरिक संपर्क मार्गों के विकास पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि शहर के सौदर्यीकरण तथा समीपवर्ती क्षेत्रों में सौर लाइटें स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने धर्मशाला के लोगों को नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए एशियन विकास बैंक से 40 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। नगर निगम धर्मशाला की नव निर्वाचित महापौर रजनी व्यास ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा धर्मशाला में नगर निगम कार्यालय के निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि की मांग की।

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