मुख्यमंत्री को नाम बदलने की बजाय मंडी की सूरत बदलनी चाहिए : प्रदेश कांग्रेस

आंदोलनरत ठेकेदारों की अनदेखी विकास कार्यों पर पड़ेगी भारी : नरेश चौहान

-नरेश चौहान बोले, समय रहते जाग जाए सरकार, विकास में पिछड़ न जाए हिमाचल

-मांगों को लेकर सहानूभूति पूर्वक विचार कर राहत प्रदान करने की दिशा में उठाए कदम

शिमला: प्रदेश कांग्रेस आंदोलनरत नीजि ठेकेदारों के पक्ष में खड़ी हो गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा है कि सरकार समय रहते जाग जाए और जल्द आंदोलरत से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुलझाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए। सोमवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न सरकारी विकास कार्यों के निर्माण में लगे ठेकेदारों की कई मांगे लंबे समय से लंबित पड़ी है। सरकार की तरफ से  उनकी मांगों के संबंध में कोई सार्थक कदम न उठाने के चलते वे सोमवार से हड़ताल पर चले गए है।  सोमवार को कई स्थानों में प्रर्दशन भी हुए है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार समय रहते उनकी मांगों के संदर्भ में  उचित निर्णय ले लेती  तो आज ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। नरेश चौहान कहा कि यदि सरकार ने समय रहते सभी मसलों को नहीं सुलझाया तो हिमाचल विकास की दृष्ठि से पिछड़ जाएगा। इसके साथ ही विकास कार्य के टारेगट भी प्रभावित होगें।  ऐसे में मुख्यमंत्री स्वंय हस्तक्षेप करते हुए ठेकेदारों से बातचीत करें और उनकी समस्याओं का निदान करें।  कांग्रेस नेता नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश में सरकार के स्तर पर जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे है, वे निजि ठेकेदारों के सहयोग से करवाए जा रहे है। इसके तहत  ठेकेदारों द्वारा लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। ऐसे में उनकी मांगों पर सहानूभूति पूर्वक विचार कर राहत प्रदान की जानी चाहिए।

सरकार के समक्ष उठाई जायज मांगे

नरेश चौहान ने कहा कि ठेकेदार की मांगे पूरी तरह से जायज है। वे डब्लूय एंड एक्स फार्म के कारण आ रही परेशानी को दूर करने के लिए माइनिंग नियमों का सरलीकरण करने की मांग कर रहे है। इसके साथ ही  जी.एस.टी  रिफंड तथा लोक निर्माण विभाग व अन्य विभागों के पास लंबित कारोड़ों की राशि को जारी करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर ठेकेदार मुख्यमंत्री से कई बार मिल चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिले।  

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