शिमला हुआ शर्मसार… मासूम “युग” को जिन्दा मार आए…फिर हमदर्द बन करते रहे तलाश

  • सीआईडी के हाथ लगे सबूत

दो साल पहले युग अपहरण कांड की जांच के दौरान आरोपियों की हर दलील वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीक आधारित जांच के आगे धरी रह गई। आरोपी अपने गुनाह से लाख इनकार करते रहे लेकिन उनकी हैंड राइटिंग, मोबाइल कॉल डिटेल, लैपटॉप व अन्य उपकरणों ने उनकी करतूत से पर्दा हटा दिया। सूत्र बताते हैं कि जांच में जुटे क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) को कई ऐसे वैज्ञानिक आधार वाले सबूत हाथ लगे हैं जिनकी वजह से आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। दरअसल, आरोपी तेजेंद्र और चंद्र की गिरफ्तारी के बाद से ही सीआईडी इनके लाई डिटेक्टर टेस्ट की कोशिश कर रहा था। लेकिन दोनों ही बहाने बनाकर टेस्ट से बच रहे थे। इस बीच सीआईडी ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का दबाव तो बनाए रखा लेकिन तय रणनीति के तहत आरोपियों के हैंड राइटिंग सैंपल लेकर जांच के लिए एफएसएल लैब भेज दिए।

  • मोबाइल रिकॉर्ड से यकीन में बदला शक

आरोपियों के मोबाइल के ढाई साल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड को भी छाना गया। इस बीच आरोपियों से मिले लैपटॉप के डाटा को भी रिकवरी के लिए भेजा गया। एक-एक कर सभी जगह से ऐसी रिपोर्ट आने लगीं, जिससे आरोपियों पर शक यकीन में बदलता चला गया। रिमांड के दौरान पूछताछ के बीच आखिरकार आरोपी टूट गए और उन्होंने युग के अपहरण और हत्या की बात कबूल ली।

  • शराब पिलाकर जिंदा फेंक दिया मासूम को टैंक में

अपहरण करने के बाद युग शोर न मचाए और बेहोश रहे इसके लिए आरोपी उसे जबरदस्ती शराब पिलाते थे। आखिर दिन भी चार साल

शराब पिलाकर जिंदा फेंक दिया मासूम को टैंक में

शराब पिलाकर जिंदा फेंक दिया मासूम को टैंक में

के मासूम युग को मारने से पहले आरोपियों ने जबरदस्ती शराब पिलाई और फिर उसे जिंदा ही पानी के टैंक में फेंक दिया था। पानी से भरे टैंक में होश आने पर युग कहीं टैंक की सीढि़यां चढ़कर बाहर न आ जाए इसलिए आरोपियों ने उसे रस्सी से एक भारी पत्थर के साथ बांध दिया था।

  • नगर निगम के टैंक से मिला कंकाल

टैंकों की सफाई के लिए नगर निगम की ओर से निर्धारित समय के तहत हर छह महीने में टैंक साफ करना आवश्यक है। शहर में नगर निगम के कुल 42 टैंक हैं, नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता की मौजूदगी में टैंक की सफाई की जाती है।

  • टैंक से यहां होती है पानी की सप्लाई

इस पानी के टैंक से पुलिस लाइन भराड़ी, भराड़ी बाजार, तारा बाड़ी, लोअर भराड़ी, मिडल कुफ्टाधार, मिनी कुफ्टाधार, व कुफ्टाधार आदि क्षेत्रों में पानी की सप्लाई होती है।

  • लापरवाह अफसरों व कर्मचारियों पर हो सकती है कारवाई

क्लस्टन में पानी के टैंक के अंदर और बाहर युग के अवशेष मिलने के मामले में सीआईडी ने प्रदेश पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज कर नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। प्रदेश पुलिस मुख्यालय से लिखित में सूचना मिलने पर शिमला पुलिस इस मामले में एमसी के लापरवाह अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लेगी। निगम ने टैंक की सफाई में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।

सीआईडी ने अपनी जांच में पाया कि आरोपियों ने 22 जून 2014 को इस टैंक में युग को फेंक दिया था। नगर निगम समय रहते टैंक की नियमित सफाई करता तो मामला पहले ही साफ हो जाता। जब सीआईडी ने टैंक को खंगाला तो उसमें से भी युग के कुछ अवशेष मिले जबकि कुछ अवशेष टैंक के आस पास मिले थे जिन्हें निगम के कर्मचारियों ने लंगूर के अवशेष समझ कर एक बोरी में बंद करके फेंक दिया था। हत्या में इस्तेमाल किया गया पत्थर भी सीआईडी ने टैंक से बरामद किया।

हाईकोर्ट पहुंचा पानी के टैंक में युग का कंकाल मिलने का मामला

हाईकोर्ट पहुंचा पानी के टैंक में युग का कंकाल मिलने का मामला

कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरना तय है। भराड़ी टैंक की सफाई में लापरवाही करने के मामले को लेकर निगम प्रबंधन ने संबंधित कर्मचारियों से लिखित जवाब तलब किया है। इतना ही नहीं इस टैंक की कब-कब सफाई हुई इसका विस्तृत ब्यौरा तैयार करने के लिए सहायक आयुक्त की अध्यक्षता में एक टीम भी गठित कर दी गई है।

  • हाईकोर्ट पहुंचा पानी के टैंक में युग का कंकाल मिलने का मामला

प्रदेश हाईकोर्ट ने युग गुप्ता का कंकाल नगर निगम के टैंक में पाए जाने की खबरों पर संज्ञान लेते हुए पीलिया मामले के सभी प्रतिवादियों से जवाब तलब किया है। कोर्ट ने युग मामले की जांच कर रहे सीआईडी के जांच अधिकारी को भी विस्तृत हलफनामा दायर करने के आदेश दिए। शिमला शहरवासियों को सीवरेज युक्त पानी पिलाने के मामले में सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश मंसूर अहमद मीर व न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान की खंडपीठ ने यह आदेश दिए। हाईकोर्ट ने पीलिया मामले को युग अपहरण की जांच से जुड़े एक अन्य मामले के साथ लगाए जाने के आदेश भी दिए।

  • दोषियों को सजा दिलाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे : राज्यपाल
दोषियों को सजा दिलाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे : राज्यपाल

दोषियों को सजा दिलाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे : राज्यपाल

राज्यपाल आचार्य देवव्रत से शिमला व्यापार मण्डल के एक प्रतिनिधिमण्डल ने व्यापार मण्डल के अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह ने राजभवन में भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल में बालक युग, जिसकी निर्मम हत्या की गई है, के पिता भी शामिल थे। प्रतिनिधिमण्डल ने इस घृणित अपराध में संलिप्त दोषियों को बड़ी से बड़ी सजा की मांग की है। प्रतिनिधिमण्डल ने शोकाकुल परिवार को न्याय का आग्रह भी किया। राज्यपाल ने प्रतिनिधिमण्डल व परिजनों को सांत्वना दी और उन्हें आश्वस्त किया कि दोषियों को सजा दिलाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

  •  युग गुप्ता के हत्यारों को फांसी होनी चाहिए : वीरभद्र

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि युग गुप्ता के हत्यारों को फांसी होनी

 युग गुप्ता के हत्यारों को फांसी होनी चाहिए : वीरभद्र

युग गुप्ता के हत्यारों को फांसी होनी चाहिए : वीरभद्र

चाहिए। यह मामला मासूम बच्चे के अपहरण और हत्या दोनों का है। इसमें फांसी की सजा हो सकती है। मुख्यमंत्री ने यह बात भावुक होकर युग गुप्ता के पिता विनोद गुप्ता को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में कही। मुख्यमंत्री ने इस दौरान डीजीपी सहित सीआईडी प्रमुख को मामले की गहनता से जांच के आदेश भी दिए।

  • भाजपा ने किया युग की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन
भाजपा ने किया युग की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन

भाजपा ने किया युग की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन

भाजपा ने युग की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया। सीटीओ पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, वहीं निगम पर लोगों से स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। भाजपा ने मामले में दोषी निगम के अफसरों समेत मेयर, डिप्टी मेयर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। भाजपा ने मामले में पुलिस को भी दोषी ठहराया। भाजपा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में लीपापोती की है। शिमला विधायक सुरेश भारद्वाज ने युग के पिता से मुलाकात की । उन्होंने युग के पिता से मुलाक़ात की और उन्हें ढांढस बंधाया। वहीं पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने सरकार से इस जघन्य कृत्य में एसआईटी के गठन की मांग उठाई और केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां पर भी दोषियों को समय रहते नहीं पकड़ने पर प्रश्नचिन्ह लगाया है।

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