एसजेवीएन को सीबीआईपी ने किया हाइड्रो पावर सेक्टर में सर्वश्रेष्ठ निष्पादन करने वाली यूटिलिटी घोषित 

सीएमडी  नन्द लाल शर्मा ने अवगत कराया:-कि  एसजेवीएन ने जलविद्युत क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ निष्पादन करने वाली यूटिलिटी के लिए केंद्रीय सिंचाई और विद्युत बोर्ड से  सीबीआईपी अवार्ड प्राप्त किया है

-अवार्ड हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन  जैसे मेगा हाइड्रो पावर स्टेशनों का सफलतापूर्वक निष्पादन और प्रचालन कर राष्ट्र निर्माण में एसजेवीएन के सर्वोत्कृष्ट योगदान के सम्मान में दिया जा रहा है

शिमला: एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक  नन्द लाल शर्मा ने अवगत कराया कि एसजेवीएन ने जलविद्युत क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ निष्पादन करने वाली यूटिलिटी के लिए केंद्रीय सिंचाई और विद्युत बोर्ड से  सीबीआईपी अवार्ड प्राप्त किया है। यह पुरस्कार दिनांक 3 मार्च को नई दिल्ली में सीबीआईपी दिवस के अवसर पर  केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री,  आर.के सिंह द्वारा प्रदान किया जाएगा।  नन्द लाल शर्मा ने अवगत कराया कि यह अवार्ड हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन  जैसे मेगा हाइड्रो पावर स्टेशनों का सफलतापूर्वक निष्पादन और प्रचालन कर राष्ट्र निर्माण में एसजेवीएन के सर्वोत्कृष्ट योगदान के सम्मान में दिया जा रहा है।  रामपुर जलविद्युत स्टेशन को भारत के सबसे बड़े जलविद्युत स्टेशन नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन के टेंडम में सफलतापूर्वक प्रचालित किया जा रहा है।

 नन्द लाल शर्मा ने कहा कि नवीनतम तकनीकों का उपयोग करते हुए वार्षिक संयंत्र रखरखाव शेड्यूल का सावधानीपूर्वक अनुपालन करने के परिणामस्वरूप, दोनों विद्युत स्टेशनों ने गत तीन वर्षों के दौरान 8490 मिलियन यूनिट की संयुक्त डिजाइन विद्युत की तुलना में 9000 मिलियन यूनिट से अधिक का विद्युत उत्पादन किया है। जबकि संयंत्र उपलब्धता फैक्टर भी इस दौरान 105% से अधिक रहा। एसजेवीएन एनजेएचपीएस में स्थापित स्टेट-ऑफ-आर्ट इन सीटू हार्ड कोटिंग सुविधा में विभिन्न जलमग्न परियोजना घटकों की हाई वेलोसिटी ऑक्सी फ्यूल (एचवीओएफ) हार्ड कोटिंग भी कर रहा है। यह एक अनूठी पहल है जिसे एसजेवीएन द्वारा भारत में पहली बार स्थापित किया है ।

नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि यह अवार्ड परियोजना क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश राज्य में इन विद्युत स्टेशनों द्वारा किए गए पर्यावरणीय और सामाजिक-आर्थिक योगदान को भी मान्यता देता है। रामपुर एचपीएस भारत में किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन द्वारा स्वच्छ विकास तंत्र के रूप में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के साथ पंजीकृत सबसे बड़ा जलिवद्युत स्टेशन है। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के गतिशील और दूरदर्शी नेतृत्व में विद्युत स्टेशनों ने कुशल सिल्ट प्रबंधन, मशीन की रखरखाव अवधि का अनुकूलन, व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन, अग्रिम चेतावनी प्रणाली की स्थापना आदि में उच्चतम मानक बनाए रखा है। इससे विद्युत गृह वर्ष दर वर्ष विद्युत उत्पादन में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।

एसजेवीएन ने हाइड्रो, थर्मल, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों, पावर ट्रांसमिशन और पावर ट्रेडिंग में विस्तार और विविधीकरण किया है। कंपनी भारतीय विद्युत परिदृश्य में एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की विद्युत इकाई के रूप में उभरी है। वर्तमान में, एसजेवीएन का परियोजना पोर्टफोलियो लगभग 46,879 मेगावाट है और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन करने के साझा विजन को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है।

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