शिमला: तकनीकी शिक्षा मंत्री जी.एस. बाली ने जिला बिलासपुर के बन्दला में भारत सरकार एवं एवं प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में स्थापित किए जा रहे हाईड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज को शीघ्र आरम्भ करने के लिए समस्त औपचारिकताओं को पूरा करने की आवश्यता पर बल दिया। बाली आज केन्द्रीय उर्जा मंत्री पीयुष गोयल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में बोल रहे थे। केन्द्रीय उर्जा सचिव पी.के पुजारी, अतिरक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव, तकनीकी शिक्षा संजय गुप्ता एनएचपीसी, एनटीपीसी व उर्जा मन्त्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस कॉलेज का शिलान्यास आगामी मार्च माह में किया जाएगा और ढेड़ वर्ष में कॉलेज भवन का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा। जी.एस.बाली ने बैठक में जानकारी दी कि इस कॉलेज के लिए जिस भूमि का अधिग्रहण किया गया है, उसे पहले ही तकनीकी शिक्षा विभाग के नाम स्थानान्तरित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज के निर्माण पर अनुमानित 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि भारत सरकार के उर्जा मन्त्रालय के अतिरिक्त सचिव उर्जा की अध्यक्षता में गठित गवर्निंग वॉडी में आठ सदस्य होंगे, जिसमें प्रदेश सरकार से चार सदस्य होंगे। पीयुष गोयल ने बैठक में आशवास्न दिया कि इस हाईड्रो इंजिनियरिंग कॉलेज को देश का रोल मॉडल कॉलेज बनाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए देश की प्रसिद्ध इंजिनियरिंग संस्थाओं से परामर्श सेवाएं लेने की आवश्यता पर भी बल दिया।