पंडित डोगरा की अंक गणना-भीड़ से ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं, चुनाव प्रक्रिया के दौरान लगने वाले दो ग्रहण बड़े नेताओं को सत्ता सुख से कर सकते हैं वंचित

पंजाब व पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान बना था ऐसा ही योग

सत्यदेव शर्मा सहोड़/शिमला: हिमाचल प्रदेश में नई बजारत को चुनने का समय आ गया है। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तिथियों की घोषणा भी कर दी गई है। इस बीच अब हर किसी के मन में एक सवाल अवश्य कौंध रहा है कि आखिर इस बार कौन सी पार्टी सत्ता का सुख भोगेगी और कौन विपक्ष में बैठेगी। चुनावी तिथियों और परिणाम के अंकों को जोडक़र इस बार सत्ता का ऊंट किस करवट बैठेगा इस पर जाने-माने अंक ज्योतिषी और वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष

ज्योतिषाचार्य पंडित शशिपाल डोगरा

ने खास विश्लेषण किया है। पंडित डोगरा के अनुसार केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा 14 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा की। इस बार 557261 मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। 5 + 5 + 7 + 2 + 6 + 1 = 26 = 2 + 6 = 8 अंक जो शनि का अंक है। शनि न्याय का कारक है। शनि वक्री चाल चल रहा है। सत्ता में बैठे लोगों को कठिन समय है। 1 + 4 = 5 अंक बुध का अंक, युवाओं का अंक वाणी का अंक इस बार के चुनाव में युवा शक्ति अपना खेल खेलेगा। युवाओं को विधानसभा पहुंचने का मौका मिल सकता है। मतदान 12 नवंबर को है 1 + 2 = 3 अंक जो गुरु का अंक है। बुद्धि का कारक है, लेकिन यह अंक हमेशा शुभ फल नहीं देता है, इस अंक के रहते अनेक दुर्घटनाएं और हादसे इतिहास में होते रहे हैं। इस अंक में अपार दक्षताओं के बावजूद लक्ष्य में रुकावट का सामना करना पड़ता हैं। इस अंक पर मतदान होने से लोग इस बार मत देते हुए अपनी बुद्धि का इस्तेमाल ज्यादा करेंगे। 2022 यानी 6 अंक जो चुनावी वर्ष है, 6 अंक का स्वामी शुक्र है। 6 अंक व 3 अंक आपस में शत्रु अंक हैं। दोनों अंक अपनी प्रतिष्ठा में लगे रहते हैं। इन अंकों पर चुनाव का होना बड़े-बड़े दिग्गजों को धराशाही करेगा। ऐसा ही योग बीते साल पंजाब व पश्चिम बंगाल के चुनाव में भी बना था। वैसे भी 2022 महिलाओं का वर्ष  है। इस वर्ष के होने वाले विधानसभा चुनाव में महिलाएं कईयों के भाग्य को बदल देंगी।

पंडित शशिपाल डोगरा ने कहा कि भाजपा का 1 अंक बनता है। 1 अंक सूर्य का है। सूर्य सत्ता का कारक है। 14 अक्टूबर 1 + 4 = 5 अंक पर चुनाव की घोषणा जहां भाजपा का 1 अंक व 5 अंक बुध आदित्य योग बनता है, वही  सूर्य का 17 अक्टूबर 1 + 7 = 8 अंक पर सूर्य का नीचस्थ होना शुभ संकेत नहीं है। भाजपा में पार्टी में अंतर विरोध देगा। शनि का प्रभाव जनता में अंदर खाते विद्रोह कर सकता है। 8 दिसंबर, 2022 को परिणाम आना है। 8 अंक शनि का है शनि व सूर्य आपस में शत्रु हैं। शनि एक छाया ग्रह है, सत्ता में बैठे लोगों को अपनी छाया में लपेट सकता है। यह बड़े बड़े नेताओं को धूल चटा सकता है। कांग्रेस का 8 अंक बनता है। जहां 5 अंक पर चुनाव की घोषणा कांग्रेस को शुभ है। 5 बुध का अंक है, जो शनि 8 अंक का मित्र है। 12 को नवंबर को मतदान है। 1+2 =3 अंक गुरु का अंक गुरु समाज का मार्गदर्शक होता है। 1 अंक सूर्य व 2 अंक चंद्र के जोड़ से बनने वाला ये 3 अंक जनता में 1 अंक सत्ता के लिए 2 अंक चंद्र मन का कारक है। भीड़ के अधिक होने से कोई असर नहीं पड़ेगा। इसलिए भीड़ को देखकर खुश न हों। पंडित डोगरा ने बताया कि चुनाव के समय में 2 ग्रहण लग रहे हैं। 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण, 2 + 5 = 7 अंक पर जो केतु का है, 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण जो शनि के अंक पर लग रहा है। दोनों ग्रहण जो सत्ता व मन के कारक हैं। ऐसा लगता है बड़े बड़े नेताओं को विधानसभा तक पहुंच पाने में संकट खड़ा करेगा। वही 9 अंक आम आदमी पार्टी का है। जो कुछ नेताओं को रोकने में कामयाब हो सकता है। वही देव भूमि पार्टी का विरोध भी नेताओं को सहना पड़ेगा। बाकि सर्वज्ञ तो ईश्वर है।

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