नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने तेल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में प्रति लीटर 2.50 रुपये की कटौती करने की घोषणा की है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद अरुण जेटली ने बताया कि केंद्र सरकार ने तेल में लगने वाले उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने का फैसला लिया है, जबकि एक रुपये प्रति लीटर का बोझ तेल बेचने वाली सरकारी कंपनियां वहन करेंगी।
अरुण जेटली ने इस दौरान बताया कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में तेजी और दूसरे वैश्विक कारणों से है। मौजूदा वक्त में तेल की कीमतें 4 साल में सबसे ज्यादा हैं. कच्चे तेल की ब्याज दरें 3.2 प्रतिशत हो गई है जो अबतक सबसे ज्यादा है। इन दोनों कारणों से वैश्विक बाजार पर सबसे ज्यादा असर हो रहा है।
वित्त मंत्री ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती से केंद्र सरकार को 10,500 करोड़ रुपये के कर राजस्व का नुकसान होगा। अरुण जेटली ने राज्य सरकारों से भी इसी अनुपात में बिक्री कर या वैट में कटौती करने का आग्रह किया है।
इसी क्रम में महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और असम की सरकारें कटौती का ऐलान कर चुकी हैं। यानी इन राज्यों में ग्राहकों को 5 रुपये प्रति लीटर की राहत मिल गई है।