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वित्त वर्ष 2016-2017 के लिए आयकर रिटर्न भरने की संख्या में वृद्धि

  • वर्ष 2016-17 में 5 अगस्त 2016 तक 226.98 लाख ई-रिटर्न भरे गए
  •  वित्त वर्ष 2015-16 में 70.97 लाख रिटर्न भरे गए थे

 नई दिल्ली: वर्ष 2015-16 की इसी अवधि में 10.41 लाख करदाताओं ने “आधार कार्ड” के आधार पर ई- वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया था। इस तरह 35 प्रतिशत से अधिक करदाताओं ने इलेक्ट्रानिक रूप में रिटर्न प्रस्तुत करने की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी कर ली है। विभाग ऐसे सभी कर दाताओं को प्रोत्सान देता है जो आटीआर V फार्म सीपीसी बंगलुरु को भेजने की जगह ई- वेरिफिकेशन का विकल्प अपनाते हैं। 75.3 लाख करदाताओं ने पांच अगस्त, 2016 तक आईटी रिटर्न की ई- वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया।

पिछले वर्ष 7 सितंबर, 2015 तक 32.95 लाख करदाताओं ने आईटी रिटर्न की ई- वेरिफिकेशन सुविधा का लाभ उठाया था। इनमें से चालू वर्ष में 17.68 लाख करदाताओं ने’ आधार कार्ड ‘ के आधार पर की ई- वेरिफिकेशन सुविधा का उपयोग किया। वित्त वर्ष 2016-17 में 5 अगस्त, 2016 तक 226.98 लाख से अधिक करदाताओं ने ई- रिटर्न भरा । वित्त वर्ष 2015-16 में 70.97 लाख कर दाताओं ने ई-रिटर्न भरा था। यदि 7 सितंबर,2015 (वित्त वर्ष 2015-16 में विस्तारित तारीख) को भरे गए 206.55 लाख ई-रिटर्न से तुलना की जाए तो भी इसमें 9 प्रतिशत की वृद्धि है।

करदाताओं ने सीपीसी बंगलुरु द्वारा आयकर रिटर्न की प्रोसेसिंग पहले कर लिए जाने की प्रशंसा की। अपनी गति जारी रखते हुए सीपीसी बंगलुरु द्वारा कुल 14,332 करोड़ रुपये के 54.35 लाख रिफंड जारी करने का भी करदाताओं ने सराहना की। इसमें 5 अगस्त 2016 तक 2,922 करोड़ के वित्त वर्ष 2016-17 (चालू वर्ष रिटर्न) के 20.81 लाख रिफंड शामिल हैं।

विभाग करदाता सेवाओं में सुधार के लिए संकल्पबद्ध है और करदाताओं से सहयोग की अपेक्षा करता है।

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