- समझौता ज्ञापन में खोलोंग्चू जलविद्युत परियोजना के लिए रियायत करार पर हस्ताक्षर करने संबंधी लक्ष्य का समावेश
- एसजेवीएन की वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान सर्वोत्तम पैरामीटरों के तहत बिजली के उत्पादन की योजना
- नई दिल्ली में भारत सरकार के सचिव तथा एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के बीच एमओयू पर किये गए हस्ताक्षर : बिजय प्रसाद
- एसजेवीएन टीम वर्ष 2016-17 के लिए निर्धारित पैरामीटरों पर खरा उतरने के लिए प्रयासरत
शिमला : एसजेवीएन लिमिटेड की वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान हिमाचल प्रदेश में अपने 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी
जलविद्युत स्टेशन, 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन तथा महाराष्ट्र में 47.6 मेगावाट खिरवीरे पवन विद्युत स्टेशन से प्रचालनगत प्रत्याशित 2300 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति तथा 1050 करोड़ रुपए के कर पूर्व लाभ के साथ 8700 मिलियन यूनिट (सर्वोत्तम पैरामीटरों के तहत) बिजली के उत्पादन की योजना है। समझौता ज्ञापन (एमओयू) में भूटान स्थित खोलोंग्चू जलविद्युत परियोजना के लिए रियायत करार पर हस्ताक्षर करने संबंधी लक्ष्य का भी समावेश है।
एसजेवीएन के अपर महाप्रबंधक बिजय प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के सचिव (विद्युत), प्रदीप कुमार पुजारी तथा एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, रमेश नारायण मिश्र के बीच इस आशय के एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर विद्युत मंत्रालय तथा एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में 11 जुलाई, 2016 को नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने बताया कि एसजेवीएन ने नेपाल में 900 मेगावाट अरुण-III जलविद्युत परियोजना तथा बिहार में बक्सर ताप विद्युत परियोजना (1320 मेगावाट) के निर्माण के लिए स्थापित अपनी अधीनस्थ कंपनियों क्रमशः एसजेवीएन अरुण-III पावर डेवल्पमेंट कंपनी प्राईवेट लिमिटेड (एसएपीडीसी) तथा एसजेवीएन थर्मल प्रा. लिमिटेड (एसटीपीएल) के साथ भी 07 जुलाई,2016 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एसजेवीएन टीम वर्ष 2016-17 के लिए निर्धारित पैरामीटरों पर खरा उतरने के लिए सघन प्रयास करेगी।