प्रश्न: गर्भावस्था के दौरान पहले महीने में शिशु की अवस्था बताएं?
उत्तर: पहले महीने में शिशु एक पानी भरी थैली में होता है और उसकी लंबाई मात्र 0.6 से.मी. होती है। इसके साथ ही शिशु की लंबाई व वजन में बढ़ोतरी होती है।
प्रश्न: शिशु के चेहरे के नैन-नक्श भी क्या इसी महीने में विकसित होते हैं?
उत्तर: पहले महीने नहीं, अपितु दूसरे महीने में सुनने और देखने की इंद्रियां विकसित होने लगती हैं। लेकिन पलकें बंद रहती हैं। चेहरे के नैन-नक्श बनने लगते हैं। जब नाभिनाल बनती है तो हाथ-पैर की उंगलियां व नाखून बनने लगते हैं। दिमाग का विकास भी होने लगता है। साथ ही अमाशय, यकृत, गुर्दे का विकास होता है। वहीं शिशु की लंबाई करीब 3 से.मी. और वजन 1 ग्राम के करीब होता है। गर्भाशय पेट में मुलायम गांठ की तरह महसूस होता है।
प्रश्न: तीसरे महीने में शिशु का कितना विकास होता है?
उत्तर: तीसरे महीने में शिशु का आकार बहुत छोटा होने से शिशु की हलचल महसूस नहीं की जा सकती है। परन्तु आंखें बन चुकी होती
हैं और पलकें अभी भी बंद होती हैं। बाजू, हाथ, उंगलियां, पैर, पंजे और पैरों की उंगलियां व नाखून इस महीने में विकसित होते हैं। शिशु सिर ऊपर उठा सकता है। यदि गर्भाशय के अंदर देखें तो शिशु के बाहरी जननांग बनते हुए दिख सकते हैं। शिशु के वोकल कॉर्डस बन चुके होते हैं। चौथे महीने में भी शिशु की लंबाई व वजन में तेजी से बढ़ोतरी होती है। यानि हर माह ही शिशु की लंबाई व वजन में बढ़ोतरी होती है और ये होना आवश्यक भी होता है। लेकिन हर माह शिशु की लंबाई व वजन में तेजी से बढ़ोतरी होती है और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। चौथे महीने में शिशु के बाल आने लगते हैं और सिर पर बाल दिखने लगते हैं। भौहें और पलक के बाल भी आने लगते हैं। चमड़ी वसायुक्त होने लगती है।
वहीं पांचवा महीने में शिशु कुछ समय गतिशील रहता है तो कुछ समय शांत। वहीं एक सफेद चिकना स्त्राव शिशु की त्वचा की एम्नीओटिक पानी से रक्षा करता है। उसकी त्वचा पर झुर्रियां पड़ जाती हैं। त्वचा का रंग लाल होता है और त्वचा ज्यादा वसायुक्त बनती है। इस महीने शिशु की लंबाई करीब 25 से 30 से.मी. और वजन करीब 200 से 450 ग्राम होता है।
प्रश्न: क्या शिशु की आंखें भी नौ महीने के मध्य में ही खुलती हैं?
उत्तर: छठे महीने में शिशु की आंखों का विकास पूरा हो जाता है। पलकें खुल सकती हैं, बंद हो सकती हैं। इतना ही नहीं यहां तक की शिशु रो सकता है, लात मार सकता है। उसे हिचकी आ सकती है। छठे महीने में शिशु की त्चचा झुर्री भरी और लाल होती है। सातवें महीने में शिशु की धड़कन सुनी जा सकती है, यदि कोई गर्भवती के पेट पर कान रखे तो शिशु की धड़कन सुनाई दे सकती है। शिशु अंगूठा चूसता है। इस महीने शिशु की लंबाई 32-42 से.मी. होती है। वजन करीब 1100 ग्राम से 1350 ग्राम होता है। आठवें महीने में शिशु की आंखें खुलती हैं। जैसे आपने अभी पूछा कि शिशु की आंखें भी क्या नौ महीने के मध्य में ही खुलती हैं, तो आठवें महीने में शिशु की आंखें खुलती हैं। जागने-सोने की खास आदत के साथ शिशु सक्रिय रहता है। इस महीने शिशु का वजन करीब 2000-2300 ग्राम है और लंबाई 41-45 से.मी है। इस महीने शिशु की हलचल महसूस होती है। शिशु की लंबाई 18 से.मी. व वजन 100 ग्राम होता है। नौवें महीने में बच्चे की आंखें गहरी कबूतर रंग की होती हैं। जन्म के बाद रंग बदल सकता है। शिशु का सिर नीचे व पैर ऊपर की तरह होते हैं। बच्चा ज्यादा शांत रहता है। इस महीने शिशु की लंबाई 50 से.मी. है और वजन 3200-3400 ग्राम है।