


शिमला: उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहाँ आपदा प्रबंधन प्रणाली के तहत आपदा न्यूनीकरण प्रस्तावों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि भूकंप के दृष्टिगत चौड़ा मैदान स्थित राज्य संग्रहालय की रेट्रोफिटिंग की जानी प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संसथान हमीरपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ हेमंत विनायक को विशेषज्ञ नियुक्त किया गया है। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को विशेषज्ञ के साथ परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा ताकि भवन की रेट्रोफिटिंग जल्द से जल्द शुरू की जा सके।
उन्होंने कहा कि आपदा न्यूनीकरण के तहत ही मृदा संरक्षण के लिए पौधों की नर्सरी तैयार की जा रही है इन पौधों का प्रयोग मृदा संरक्षण के लिए उन स्थानों पर किया जाएगा जहाँ बरसात के समय भूस्खलन हुआ है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस संदर्भ में विस्तृत कार्य योजना तैयार करने को कहा।
उपायुक्त ने कहा कि शिमला शहर में यदि आपदा के कारण एक सड़क बंद होती है तो उस स्थिति में हमारे पास वैकल्पिक मार्ग नहीं है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को वैक्लपिक मार्ग निर्माण के सम्बन्ध में विस्तृत अभ्यास करने को कहा ताकि आने वाले समय में उन सड़कों के प्रस्ताव तैयार कर सड़कों का निर्माण किया जा सके।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रवीण वर्मा,अधिशाषी अभियंता रवि भूषण सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने हाल ही में कृषि पारिस्थितिकी प्रथाओं को बढ़ावा देने और प्राकृतिक खेती तकनीकों को आगे बढ़ाने के लिए नट्स कल्टीवेशन कंपनी (एनसीसी), जॉर्जिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एनसीसी वर्तमान में जॉर्जिया में 1,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बादाम और हेज़लनट के बगीचों का प्रबंधन करती है और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण (वीईटी) कार्यक्रम के माध्यम से छोटे किसानों को जैविक खेती के तरीकों में प्रशिक्षण देने में सक्रिय रूप से शामिल है। इस पहल के अंतर्गत एनसीसी का लक्ष्य जॉर्जिया में जैविक प्रथाओं को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक खेती तकनीकों को एकीकृत करना है, जिससे उत्पादकों को पौधों के पोषण और कीट प्रबंधन के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने की प्रशिक्षित किया जा सके।
इस साझेदारी का प्राथमिक लक्ष्य कृषि पारिस्थितिकी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए नौणी यूएचएफ और एनसीसी के बीच सहयोगात्मक प्रयासों को विकसित करना है। दोनों संस्थान अकादमिक ज्ञान का आदान-प्रदान करेंगे और संकाय, प्राकृतिक खेती विशेषज्ञों और विद्वानों के दौरे की सुविधा प्रदान करेंगे। कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल के नेतृत्व में नौणी विवि का एक प्रतिनिधिमंडल भविष्य में सहयोग के लिए रोडमैप स्थापित करने के लिए वर्तमान में जॉर्जिया का दौरा कर रहा है। टीम पहले ही कई एनसीसी-प्रबंधित बगीचों का दौरा कर चुकी है और काज़्बेची और सिघनागी सहित जॉर्जिया के पूर्वी क्षेत्रों में प्राकृतिक कृषि पद्धतियों में बदलने की संभावनाओं पर चर्चा कर चुकी है।
प्रोफेसर चंदेल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि नौणी को कृषि पारिस्थितिकी और प्राकृतिक खेती में अपनी विशेषज्ञता के लिए मान्यता प्राप्त है और यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित एक्रोपिक्स कंसोर्टियम में एक प्रमुख भागीदार है, जिसमें 13 देशों के 15 सदस्य शामिल हैं। इस संघ का लक्ष्य नवीन कृषि पारिस्थितिकी फसल संरक्षण विधियों के माध्यम से रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग को कम करना है। हाल ही में, विश्वविद्यालय को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत प्राकृतिक खेती के सात केंद्रों में से एक के रूप में भी नामित किया गया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय कृषि संसाधन कर्मियों के प्रशिक्षण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
प्रोफेसर चंदेल ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय एनसीसी को टिकाऊ कृषि पारिस्थितिकी प्रथाओं पर प्रशिक्षण प्रदान करेगा, विशेष रूप से बादाम और हेज़लनट बागों के लिए प्राकृतिक खेती तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करेगा। एनसीसी विश्वविद्यालय के संकाय, विशेषज्ञों और विद्वानों की जॉर्जिया में एनसीसी फील्ड विज़िट के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। यह सहयोग, साझा ज्ञान और नवीन कृषि पारिस्थितिकी प्रथाओं के माध्यम से दोनों क्षेत्रों में टिकाऊ कृषि की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान देने में सहयोग करेगा।

शिमला: ई-परिवार रजिस्टर पर 99.84 प्रतिशत परिवार सदस्यों का सफलतापूर्वक सत्यापन किया जा चुका है। इस पहल के तहत कुल 75,18,296 परिवार सदस्यों में से 75,05,913 सदस्यों का सत्यापन कार्य पूरा कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ई-परिवार प्रणाली एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसे ग्राम पंचायत स्तर पर परिवारों का डेटा प्रबंधित करने के लिए बनाया गया है। प्रत्येक पंचायत सचिव को अपने क्षेत्र के परिवारों का डेटा दर्ज करने और अपडेट करने के लिए सुरक्षित लॉग-इन की सुविधा प्रदान की गई है। इस प्रणाली को अधिक सटीक और प्रभावी बनाने के लिए 27 अप्रैल, 2024 से अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि ई-परिवार एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है, जिससे नए परिवारों को जोड़ने और मौजूदा रिकॉर्ड में आवश्यक सुधार करने की प्रक्रिया आसान हो गई है। इसके अलावा, परिवार के विवरण को राशन कार्ड से जोड़ने का कार्य भी जारी है, जिससे सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सके।
श्री सुक्खू ने कहा कि ई-परिवार पोर्टल के माध्यम से परिवार नकल, विवाह प्रमाण-पत्र और बीपीएल प्रमाण-पत्र जैसी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आधुनिक तकनीक के उपयोग से प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी विभागों को डिजिटल समाधान अपनाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सके, पारदर्शिता बढ़े और एक नागरिक-केंद्रित प्रणाली विकसित की जा सके। उन्होंने कहा कि यह पहल कागजी कार्यवाही को कम करने, प्रक्रियाओं को आसान बनाने और सरकारी सेवाओं को लोगों के घर-द्वार तक पहुंचाने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ई-परिवार’ पहल राज्य सरकार की डिजिटल हिमाचल की सोच का प्रमाण है, जिससे शासन को अधिक सुगम, प्रभावी और पारदर्शी बनाया जा रहा है।

हिमाचल: प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा है कि बोर्ड के कर्मचारियों का काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने कोई भी पद खत्म नहीं किया है बल्कि गैर-जरूरी पदों का भी समायोजन किया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ लोग बोर्ड के कर्मचारियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन पद समाप्त करने की बात सच्चाई से कोसों दूर है। न तो किसी पद को समाप्त किया गया है और न ही ऐसी कोई मंशा है। अगर कोई पद समाप्त किया गया है तो कर्मचारी नेता इसकी नोटिफिकेशन दिखाएं।
प्रवक्ता ने कहा कि बिजली बोर्ड की ऊहल बिजली परियोजना के एक यूनिट ने बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है और जल्द ही बाकी के दो यूनिट में भी बिजली बनना शुरू हो जाएगी। बोर्ड को कर्मचारियों की आवश्यकता है, इसलिए पद समाप्त करने का सवाल ही नहीं पैदा होता। यह परियोजना बोर्ड को आर्थिक सम्बल प्रदान करेगी इसलिए इस परियोजना के लिए एक नया मंडल तथा अन्य पद सृजित कर इसमें कर्मचारियों का समायोजन किया गया है। इसके अलावा, बोर्ड की कार्यप्रणाली को मजबूत बनाने के लिए आने वाले समय में और भर्तियां की जाएंगी। प्रदेश के लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए बोर्ड में टी-मेट जैसे फील्ड स्टाफ की आवश्यकता है जो बिजली आपूर्ति करने वाले संस्थान के लिए जरूरी है। जल्द ही बिजली बोर्ड में टी-मेट सहित अन्य फील्ड स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड का मुख्य कार्य प्रदेश की जनता को सस्ती दरों पर विद्युत आपूर्ति करना है, जिसके लिए रेगुलेटरी कमीशन बार-बार बिजली बोर्ड को अपने अनावश्यक खर्चे कम करने के लिए आदेश दे रहा है। गैर जरूरी खर्चे कम होंगे तो भविष्य में प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली मिलेगी, जिससे प्रदेश का विकास सुनिश्चित होगा।

हमीरपुर : हमीरपुर जिले में चिट्टे की पुड़िया निगलने वाले युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। युवक पिछले करीब दो हफ्तों से AIIMS बिलासपुर में ICU में भर्ती है। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों ने युवक के पेट से नशे की पुड़िया को निकाल लिया है। मगर पुड़िया पेट में ही फट गई थी। जिससे उसके कई अंगों पर असर हुआ है और एक किडनी भी काफी प्रभावित हुई है। फिलहाल, अस्पताल में युवक का डायलिसिस किया जा रहा है, लेकिन उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
आपको बता दें कि बीते 25 जनवरी को आरोपी युवक को हमीरपुर पुलिस की टीम ने नशीले पदार्थ के साथ बड़सर में पकड़ा था। पुलिस टीम ने युवक से इलेक्ट्रॉनिक तराजू और दस हजार रुपए की नकद राशि बरामद की थी। इसी दौरान युवक ने सबूत मिटाने के चक्कर में अपने थैले से एक पारदर्शी पुड़िया निकाल कर एकदम से निगल ली। जिसके तुरंत बाद ही उसकी तबीयत काफी बिगड़ गई। युवक ने बताया कि उसने लिफाफे समेत हेरोइन निगल ली है। ऐसे में पुलिस टीम द्वारा तुरंत उसे उपचार के लिए AIIMS बिलासपुर पहुंचाया गया। जहां पर पिछले 14 दिनों से उसका इलाज चल रहा है।

हिमाचल: प्रदेश के कांगड़ा जिले के चढ़ियार से महाकुंभ स्नान के लिए गए श्रद्धालुओं की वापसी के दौरान एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर राठ कोतवाली क्षेत्र के चिल्ली गांव के पास यह हादसा हुआ। टेंपो ट्रैवलर, जिसमें श्रद्धालु सवार थे, सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई, जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और करीब 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान 60 वर्षीय निर्मला उर्फ गुड्डी और 50 वर्षीय सुरेंद्र राणा के रूप में हुई है।
इसके अलावा 62 वर्षीय सुदर्शन, 45 वर्षीय विपुल शर्मा, 50 वर्षीय जीवना देवी, 60 वर्षीय सुदेश कुमारी पत्नी राजेंद्र शर्मा, 65 वर्षीय सुनील कुमारी पत्नी वख्तावल, 56 वर्षीय कुसुम लता पत्नी अनिल, 60 वर्षीय चंदी पत्नी स्व. स्वरूप राणा, 50 वर्षीय अंजूबाला पत्नी सुरेंद्र राणा, 43 वर्षीय अंजना कुमारी पत्नी अनिल शर्मा, 55 वर्षीय रक्षा देवी पत्नी अर्जुन राणा, 68 वर्षीय शीलारानी पत्नी अशोक कुमार और 65 वर्षीय तंबो देवी पत्नी शांतिस्वरूप शर्मा घायल हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से लौट रहे श्रद्धालुओं की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां प्रयागराज के महाकुम्भ से लौट रहे हिमाचल प्रदेश के वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर जिला कांगड़ा की तहसील बैजनाथ के गांव छोटी डॉली के दो लोगों की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। इस दुर्घटना में 11 अन्य श्रद्धालु घायल हुए हैं।
यह दुर्घटना आज प्रातः बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ग्राम चिल्ली थाना क्षेत्र राठ जनपद हमीरपुर में हुई जिसमें ट्रैवलर एचपी 01डी-8278 सड़क पर खड़े एक ट्रक से टकराया। ट्रैवलर में चालक सहित 13 श्रद्धालु सवार थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर सम्पर्क में है और घायल श्रद्धालु निकटतम अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति व शोक संतप्त परिवारों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की।

शिमला: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि कांग्रेस के लिये यह चुनाव परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नही आये जिसका उन्हें दुख है। कांग्रेस जनहित के मुद्दों पर लोगों के साथ खड़ी है और हमेशा खड़ी रहेगी। पार्टी हार के कारणों का मंथन करेगी और जहां कमियां रहें गई है उन्हें दूर किया जाएगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि दिल्ली चुनावों में कांग्रेस नेताओं ने बहुत मेहनत की। लोगों को पूर्व में किये गए कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के विकास कार्यो को गिनाया और पार्टी की भावी विकास योजनाओं को भी रखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनमत का आदर करती है। उन्होंने दिल्ली में चुने गए नेताओं को उनकी जीत पर बधाई देते हुए उम्मीद जताई है कि नई सरकार दिल्ली के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी और लोगों से किये गए अपने सभी वादों को पूरा करेगी।

बिलासपुर: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला बिलासपुर के एक दिवसीय दौरे के दौरान श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के लिए 127.09 करोड़ रुपये की लागत की 13 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री ने 2.54 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह नमहोल के अतिरिक्त भवन, 3.69 करोड़ रुपये की लागत से डोलरा से बाग मेहला सम्पर्क मार्ग के शेष कार्य की मैटलिंग और टारिंग, 2.85 करोड़ रुपये से निर्मित गोहरी से सयार सम्पर्क मार्ग, 4.92 करोड़ रुपये से बने गलवा से चलैला सम्पर्क मार्ग, 5.25 करोड़ रुपये की लागत से दियोठ लग घाट जामली सड़क का स्तरोन्नयन, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्राम पंचायत नकराना और आसपास के गांव के तहत आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए 3.01 करोड़ रुपये से तैयार उठाऊ पेयजल परियोजना, स्वारघाट के लिए 49 लाख रुपये की लागत से निर्मित पशु चिकित्सालय तथा 3 करोड़ रुपये की लागत से श्री नैना देवी जी बस अड्डे में निर्मित आगमन हॉल का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय जुखाला में 8.96 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले बहुउद्देशीय इन्डोर स्टेडियम, 79.25 करोड़ रुपये से नवगांव बैरी सड़क के सुधारीकरण एवं स्तरोन्नयन कार्य, 3.10 करोड़ रुपये से श्री नैना देवी सीवरेज परियोजना के स्तरोन्नयन, 5.43 करोड़ रुपये की लागत से तहसील सदर के मलोथी समोग में उठाऊ सिंचाई परियोजना के पूनर्निर्माण तथा 4.60 करोड़ रुपये से श्री नैना देवी जी तहसील के माजरी में बहाव सिंचाई परियोजना के सुधारीकरण कार्यों का शिलान्यास किया।
