ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 86 हजार से अधिक मरीजों को प्रदान की जा चुकी हैं टेली-परामर्श सेवा : स्वास्थ्य विभाग कोई भी व्यक्ति पोर्टल पर पंजीकरण और टोकन प्राप्त करने के बाद ले सकता है...