मां का दायित्व लड़का व लड़कियों में भेदभाव न रखे : डाॅ. डेजी ठाकुर

शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डाॅ. डेजी ठाकुर ने आज सुन्नी में आयोजित एक दिवसीय महिला जागरूकता शिविर की अध्यक्षता की।
डाॅ. डेजी ठाकुर ने कहा कि इस तरह के जागरूकता शिविर महिलाओं के उत्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए आरम्भ की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूक किया जाता है।
उन्होंने कहा कि आशा वर्कर समाज की रीढ़ की हड्डी है, जिन्होंने कोरोना महामारी के काल में भी उत्तम कार्य किया है। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की योजनाएं आरम्भ की गई है। हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि महिला आयोग का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की समस्याओं का निराकरण, महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना तथा परिवारों में समरसता लाना है, जिससे संवेदनशील समाज का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा कि किसी भी महिला के साथ कार्य स्थल पर या घर पर प्रताड़ना होती है तो राज्य महिला आयोग द्वारा चैबीस घंटे कार्यवाही अमल में लाई जाती है तथा हर महिला की शिकायत को गंभीरता से लिया जाता है ताकि उस महिला को न्याय मिल सके।
उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर एक संवेदनशील समाज का निर्माण करें ताकि लिंग आधारित भेदभाव न हो वहीं एक मां का दायित्व है कि लड़का तथा लड़कियों में भेदभाव न रखे।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों से पारिवारिक मामलों में वृद्धि हुई हैं। हम सबको सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए।
डाॅ. डेजी ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि राज्य महिला आयोग समय-समय पर प्रदेश सरकार को अनुशंसा करती आ रही है ताकि महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो सके।
उन्हांेने उपस्थित सभी महिलाओं को उनके कानूनी प्रावधान एवं अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया।
सदस्य सचिव हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग बुशहरा अंसारी सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा महिला आयोग द्वारा समय-समय पर महिलाओं के उत्थान के लिए की जा रही योजनाएं तथा कार्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, बागवानी विभाग, पशुपालन विभाग, पुलिस, खण्ड विकास अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए शुरु की गई योजनाओं पर अपने विस्तृत वक्तव्य रखे।
इस अवसर पर तहसीलदार सुन्नी, नायब तहसीलदार सुन्नी, खण्ड विकास अधिकारी हरदेव सिंह धीमान, जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाॅल, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्चित एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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