भाजपा ने किया हिमाचल का विकास, कांग्रेस विरोध तक सीमित: अनुराग ठाकुर

शिमला: हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद व केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शिमला, कसुम्पटी व नाभा में पदयात्रा एवं विशाल जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए भाजपा द्वारा हिमाचल का चहुँओर विकास करने व कांग्रेस द्वारा भाजपा के विकास कार्यों पर रोक लगाने व उसका विरोध करने की बात कही है।

 अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के विकास के दावों की पोल खोलते हुए जनता को सच्चाई से रूबरू कराया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के विकास के रवैये को अटकाने भटकाने और लटकाने वाला बताया। उन्होंने जनता के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि हिमाचल के विकास को रोकने के लिए कांग्रेस ने कई बार अड़ंगे लगाये हैं।
इसी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि, हम कई बार हिमाचल के लिए कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लेकर आते थे और कांग्रेस के लोग उन्हें रोकने का काम करते थे। हम हिमाचल प्रदेश के लिए 1470 करोड़ रुपये का एम्स का प्रोजेक्ट लेकर आएं लेकिन कांग्रेस ने हमें 4 सालों तक जमीन नहीं दी। साल 2010 में हिमाचल के युवाओं के लिए हम सेंट्रल यूनिवर्सिटी लेकर आए लेकिन कांग्रेस ने 8 सालों तक इसमें प्रशासनिक रुकावटें बनाये रखी। साल 2012 में हम लोग हाइड्रोकार्बन इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रोजेक्ट मंजूर करवाया कांग्रेस ने इसे भी 7 सालों तक रोके रखा।
ठीक इसी तर्ज पर हमने मेडिकल कॉलेज मंजूर करवाएं कांग्रेस ने चार 4 सालों तक हमें जमीन नहीं दी। साल 2014 में हम आईआईएम लेकर आएं कांग्रेस ने उसे भी रोके रखा। हमने लाने का काम किया और कांग्रेस ने रुकवाने का काम किया। हम विकास की राह पर चलते थे और ये लोग विरोध करते थे। ‌ 

 ठाकुर ने कहा “कांग्रेस ने साल 2003 में हर घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। सरकारी नौकरी मिली क्या?…नहीं मिली। 2012 में फिर एक बार कांग्रेस नए फॉर्म छपवा कर लाई और बोली, बेरोजागरी भत्ता देंगे। मिला?… नहीं मिला।  ठाकुर ने आगे कहा — कांग्रेस ने दो बार फॉर्म भरवाए, सरकार बनाया पर कुछ नहीं किया। जब इन्होंने पहले कुछ नहीं किया तो अभी भी कुछ नहीं करेंगे। जिस पार्टी की अपनी गारंटी नहीं, उसकी आप क्या गारंटी लेंगे। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व आज जमानत पर है।

जनसभा में मौजूदा आम लोगों के बीच  अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के काले कारनामों को रखा और 2014 से पहले और अबके हालातों की तस्वीर पेश की। उन्होनें कहा कि-साल 2014 से पहले गांधी परिवार के सोनिया गांधी और राहुल गांधी उनके अपने संसदीय क्षेत्र में तीन-तीन किलोमीटर लंबी झुग्गियां झोपड़िया थी रायबरेली और अमेठी में। उन झुग्गियों में गरीब तबके के लोग रहते थे। उनके पास बिजली नहीं थी, गैस चूल्हा नहीं था, शौचालय नहीं थे। पानी भरने के लिये लोग चार-चार किलोमीटर जाते थे। बीमार होने पर जमीन गिरवी रखकर इलाज करवाना लोगों के लिये आम बात बन गयी थी। कांग्रेस की इन नाकामियों के बाद मोदी सरकार आयी, जिसने हाशिये पर जी रहे लोगों को 3 करोड़ 22 लाख पक्के मकान बनाकर दिये। हर घर को बिजली नसीब हुई। 4-4 एलईडी बल्ब दिये, हर बहन को चूल्हा और सिलिंडर दिया। हर घर में नल से जल की सुविधा दी गयी। 12 करोड़ पक्के शौचालय बनवाये गये। बैंक में सभी के खाते खुलवाये और उनमें पैसे भी डाले मोदी सरकार ने। पांच-पांच लाख रूपये का आयुष्मान भारत के तहत फ्री इलाज करवाने का काम भी मोदी सरकार ने किया।

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