शिमला: वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डुब्लू में अध्यापक और स्टाफ के 10 पद खाली, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा मात्र सरकार की कठपुतली : डॉ. तंवर

निदेशक का पदनाम बदलकर तबादला प्रबंधन अधिकारी कर देना चाहिए – डॉ. तंवर

शिमला: पिछले 20 दिनों के अंदर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डुब्लू से चार अध्यापकों के तबादले किए गए हैं। इनमें टीजीटी आर्ट्स, टीजीटी नॉन मेडिकल, टीजीटी मेडिकल और एक लैब असिस्टेंट है। स्कूल में पिछले 12 साल से क्लर्क और 8 साल से ड्राइंग मास्टर नहीं है। इसके अलावा स्कूल में सीनियर असिस्टेंट, डीपीई, पीईटी, चपरासी के पद खाली पड़े हैं।

बलोग पंचायत कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र की सबसे दूर की पंचायत है। स्कूल में छठी से बाहरवीं तक 165 बच्चे पढ़ रहे हैं। अध्यापकों के तबादलों के बाद बच्चों का भविष्य दांव पर है।

तबादलों से नाखुश छात्रों के अभिभावक डॉ. कुलदीप सिंह तंवर की अध्यक्षता में निदेशक प्रारंभिक शिक्षा वीरेंद्र कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक संजीव सूद, संयुक्त निदेशक डॉ. भुवन शर्मा और संयुक्त निदेशक आईटी से मिले।

प्रीतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद डॉ. कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की परीक्षाएं चल रही हैं, सत्र समाप्त होने को है ऐसे में स्कूल से तबादले करना बच्चों के भविष्य से सरासर खिलवाड़ है।

डॉ. तंवर ने कहा कि इससे भी ज़्यादा खेद का विषय यह है कि अधिकारी स्वतंत्र तौर पर काम नहीं कर पा रहे। अधिकारी केवल मात्र कठपुतली की तरह सरकार के इशारों पर हरकत कर रहे हैं।

निदेशक प्रारंभिक शिक्षा से जब अध्यापकों के तबादलों के बारे में पूछा गया तो उनका एक ही जवाब था कि सब ऊपर से आए निर्देशों से ही तबादले किए गए हैं।

डॉ. तंवर ने कहा कि विभाग केवल जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि निदेशक का पदनाम बदलकर तबादला प्रबंधन अधिकारी कर देना चाहिए।
डॉ. तंवर ने कहा कि अगर तुरंत प्रभाव से स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई तो आने वाले एक महीने में जनता तथाकथित ऊपर वालों को सबक सिखाएगी।

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