शिमला: किसान-बागवानो का जेल भरो आंदोलन, मालरोड पर धारा-144 तोड़कर दो घंटे किया प्रदर्शन

शिमला:  शिमला में आज संयुक्त किसान मंच के बैनर तले किसानों और बागवानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। शिमला के एतिहासिक मालरोड पर धारा144 तोड़ कर लगातार दो घंटे प्रदर्शन हुआ। शिमला के मॉल रोड पर बुधवार को प्रदर्शन कर रहे बागवानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं। शिमला पुलिस इन्हें गाड़ियों में भरकर बालूगंज थाने ले गई। 

बागवानों का आरोप है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीते 28 जुलाई को बैठक में माना था कि बागवानों की मांगे जायज हैं। इसके बाद मुख्य सचिव आरडी धीमान ने भी बागवानों के साथ सचिवालय के घेराव के दौरान बैठक की। इमसें भी कई मांगे पूरी करने का भरोसा दिया गया, लेकिन उनमें से अधिकांश मांगे आज तक पूरी नहीं हो पाई। इसे देखते हुए प्रदेशभर से बागवान बुधवार को गिरफ्तारियां देने शिमला पहुंचे।

संयुक्त किसान मंच के अध्यक्ष हरीश चौहान ने कहा कि सरकार ने एक अधिसूचना जारी करके दावा किया था कि निजी घरानों के सेब के दाम नौणी यूनिवर्सिटी के कुलपति की अध्यक्षता में गठित कमेटी तय करेगी, लेकिन अडानी एग्री फ्रेश कंपनी समेत ज्यादातर निजी घरानों ने सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए स्वयं सेब के रेट तय कर लिए है और सरकार ने बीती रात को ही बेकडेट के एक ऑर्डर निकालते हुए दावा किया कि यह दाम कमेटी द्वारा तय किए गए। उन्होंने इसे बागवानों से धोखा करार दिया है।

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