हिमाचल: वार्षिक उद्यमिता पुरस्कार समारोह में उद्यमियों को किया पुरस्कृत

प्रदेश में स्टार्टअप संस्कृति विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने उठाए प्रभावी कदमः बिक्रम सिंह

निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने हिमाचल में स्थापित स्टार्टअप के संबंध में दी प्रस्तुति

शिमला: उद्योग, परिवहन, श्रम एवं रोजगार मंत्री बिक्रम सिंह ने आज यहां उद्योग विभाग द्वारा आयोजित वार्षिक उद्यमिता पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता की। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री स्टार्टअप, नवोन्मेष परियोजना तथा नई उद्योग नीति के अन्तर्गत उत्कृष्ट स्टार्टअप संस्थापकों को पुरस्कृत किया गया।

निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने हिमाचल में स्थापित स्टार्टअप के संबंध में प्रस्तुति दी। उन्होंने आश्वस्त किया कि विभाग उद्यमियों को और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार एवं उद्यमियों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करता रहेगा।

पुरस्कार प्राप्त करने वाले उद्यमियों को बधाई देते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि राज्य का पारिस्थितिक तंत्र परिणामजनक है और युवा अपने नवोन्मेषी विचारों एवं कड़ी मेहनत से सफल उद्यमी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक सशक्त स्टार्टअप पारिस्थितिक तंत्र विकसित करने के लिए हिमाचल को वर्ष 2021 की राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग में एस्पायरिंग लीडर के रूप मेें नवाजा गया है।

निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने हिमाचल में स्थापित स्टार्टअप के संबंध में दी प्रस्तुति

बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश में स्टार्टअप संस्कृति विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं। नई स्टार्टअप नीति तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने आश्वस्त किया की राज्य सरकार स्टार्टअप के लिए वित्तीय मदद बढ़ाने तथा इनके संचालन में विभिन्न औपचारिकताओं को युक्तिसंगत बनाएगी। उन्होंने विभाग को मुख्यमंत्री स्टार्टअप, नवोन्मेषी परियोजनाओं और नई उद्योग नीति को और सुदृढ़ करने के लिए प्रस्ताव लाने को भी कहा।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नीति को और प्रभावी बनाने की दिशा में उद्योग विभाग को और तत्परता से कार्य करना चाहिए। उद्यमियों को स्टार्टअप के उपरान्त उत्पादों के विपणन सहित विभिन्न चरणों में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं के समाधान को भी नई योजना में शामिल किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हिमाचली युवा सक्षम हैं और रोजगार की तलाश करने के बजाय रोजगार देने वाला बने, इसके दृष्टिगत मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना सहित अनेक योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश को आगे ले जाने में उद्यमियों का महत्त्वपूर्ण योगदान है और नवोन्मेषी उद्यमों की स्थापना में प्रदेश सरकार उन्हें हर सम्भव सुविधा प्रदान कर रही है।

विशेष सचिव उद्योग किरण भड़ाना ने भी इस अवसर पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। इसके अतिरिक्त विभिन्न वाणिज्यिक स्टार्टअप संचालकों ने अपने अनुभव एवं सफलता की कहानियां साझा की।

अतिरिक्त नियंत्रक भंडार सुनीता काप्टा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

समारोह के दौरान व्यर्थ फूलों से अगरबतियां बनाने वाले युवान वेंडर्स के संचालक रविन्द्र पराशर को वर्ष 2019-20 के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। द्वितीय पुरस्कार एलोवेरा से खाद्य उत्पाद बनाने वाले रूद्रा शक्ति हर्बस् के सुनील कुमार को 75 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में एआई के उपयोग से भूस्खलन निगरानी तंत्र विकसित करने वाली राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी की टीम इनटॉइट सर्विसस प्राइवेट लिमिटेड को 50 हजार रुपये प्रदान किए गए।

वर्ष 2020-21 के लिए पहाड़ी खेती के लिए पोर्टेबल ट्रैक्टर का निर्माण करने वाले ठाकुर मैकेनिकल टूल एवं ठाकुर एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के राजेश कुमार को एक लाख रुपये का प्रथम पुरस्कार, ऑर्गेनिक मिठाइयां तैयार करने के लिए उमंग वर्ल्ड ऑफ नेचुरल स्वीट्स की रीना चंदेल को 75 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार तथा उद्यमियों को उनके व्यवसाय के विस्तार के लिए वेब आधारित एप्लीकेशन तैयार करने के लिए हिमालयन कंपनी ऑनलाइन सर्विसिज़ के अनुज शर्मा को 50 हजार रुपये का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

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