मुख्यमंत्री ने शिमला शहर में किए 55 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास

रिज से 7.64 करोड़ रुपये मूल्य के 21 अत्याधुनिक दमकल वाहनों को हरी झंडी दिखाई

प्रधानमंत्री के राज्य दौरे कांग्रेस नेताओं को शायद नहीं आ रहे रास : सीएम

जयराम बोले-खामोशी से कार्य करने को देते हैं प्राथमिकता, प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास नहीं

शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला शहर में लगभग 55 करोड़ रुपये की चार विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए, जिसमें दाड़नी का बगीचा शिमला में 19.82 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली सब्जी मंडी, खलिनी चौक पर 9.82 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाला फ्लाईओवर, विकासनगर के समीप 7.62 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले फुट ओवर ब्रिज के चरण-दो और तीन तथा  ढली में 17.18 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले बस स्टैंड, परिवहन कार्यालय, कार्यशाला और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं।

हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार,सक्षम गुड़िया बोर्ड की अध्यक्ष रूपा शर्मा, हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त, एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा, कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भण्डारी, भाजपा नेता विजय ज्योति सेन और डॉ. प्रमोद शर्मा, सहित अन्य वरिष्ठ नेता इस अवसर पर उपस्थित थे।

ढली में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सभी परियोजनाएं शिमला शहर के लिए मील पत्थर साबित होंगी और इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि शिमला न केवल प्रदेश की राजधानी है, बल्कि इसे ब्रिटिश शासनकाल में भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी और प्रमुख पर्यटन स्थल होने का गौरव भी प्राप्त है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिमला शहर को स्मार्ट सिटी के रुप में विकसित करने के साथ इसके पुराने गौरव को पुनः बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सड़कों को चौड़ा करने, पैदल पथ और पार्किंग स्लॉट बनाने, पानी की आपूर्ति में सुधार सहित पार्कों के सौंदर्यीकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2018 की गर्मियों में जल संकट के पश्चात शिमला शहर में 70 करोड़ रुपये की चाबा जलापूर्ति योजना नौ महीने के रिकॉर्ड समय में पूरी की गई। उन्होंने कहा कि इससे शिमला शहर की पानी की समस्या का समाधान हो गया है। उन्होंने पिछली सरकार पर शिमला शहर के लोगों के हितों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने राजधानी के लोगों की सुविधा के दृष्टिगत शिमला शहर के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी खण्ड के निर्माण के लिए वर्तमान सरकार द्वारा पर्याप्त बजट उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी नेता इस भवन का श्रेय लेने की प्रयास कर रहे हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला शहर के लिए 1813 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना का निर्माण किया जा रहा है, इस योजना के पूरा होने पर शिमलावासियों को 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि ढली में डबल लेन सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। इससे मार्ग पर वाहनों का निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि आजादी के उपरांत शिमला शहर में एक भी सुरंग का निर्माण नहीं हुआ।

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी क्षेत्रों का  अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य गरीबों और समाज के कमजोर वर्गों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खामोशी से कार्य करने को प्राथमिकता देते हैं और प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास नहीं करते। उन्होंने प्रदेश और प्रदेशवासियों के प्रति उनके स्नेह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राजग सरकार के आठ साल पूरे होने का समारोह मनाने के लिए शिमला और मुख्य सचिवों के सम्मेलन के आयोजन के लिए धर्मशाला को चुना, जो राज्य और  यहां के लोगों के प्रति उनके स्नेह को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के राज्य के लगातार दौरे कांग्रेस नेताओं को शायद रास नहीं आ रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि मंडी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शीघ्र आरम्भ की जाएगी और रेल नेटवर्क को भी सुदृृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए  शिमला शहर के लिए 20 और धर्मशाला शहर के लिए 15 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि तारादेवी में चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा।

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने आज शिमला के रिज से 7.64 करोड़ रुपये मूल्य के 21 अत्याधुनिक दमकल वाहनों को राज्य के विभिन्न भागों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अमृत मिशन के अन्तर्गत 20 करोड़ रुपये लागत से बनने वाली सब्जी मंडी और अन्य विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजनाएं स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रदेश की राजधानी शिमला आने वाले पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 17 करोड़ रुपये की लागत से ढली बस अड्डे का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने शिमला शहर के लोगों से आग्रह किया कि शिमला को सही मायनों में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करे। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी  योजनाएं आरम्भ करने के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर कसुम्पटी के भाजपा मंडलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।

 

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