पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच पुलिस ही करे.. इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकलने वाला : सुक्खू

शिमला: प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस भर्ती के पेपर लीक को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में इस समय एक बड़ा माफिया काम कर रहा है।उन्होंने कहा कि मीडिया में आई सूचनाओं के अनुसार पुलिस भर्ती का पेपर तीन लाख से आठ लाख रुपये तक बेचा गया है।उन्होंने कहा कि पहले हम अन्यों राज्यों में इस प्रकार के पेपर लीक होने की खबरें पढ़ा करते थे,अब हिमाचल में भी पेपर लीक होने लगे हैं।उन्होंने कहा कि साफ हो गया है कि प्रदेश में एक कमजोर सरकार है जिसके मुखिया भी बहुत ही कमजोर है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुक्खू ने इस मामलें को अति गंभीर बताते हुए इस सारे मामले की न्यायिक जांच की मांग की।उन्होंने कहा कि पुलिस परीक्षा का पेपर लीक की जांच पुलिस ही करे इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकलने वाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय वन माफिया,खनन माफिया, भू माफिया, शराब माफिया की सरकार चल रहीं हैं।उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ऊना में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई थी सरकार आज दिन तक असली दोषियों को नहीं पकड़ पाई है।उन्होंने कहा कि आज इन माफियाओं के चलते प्रदेश शर्मसार हो गया है। सरकार की लचर कानून व प्रशासनिक व्यवस्था के चलते प्रदेश बदतर स्थिति में खड़ा हो गया है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने धर्मशाला के तपोवन में खालिस्तान के झंडे लगाने की घटना को भी प्रदेश की सुरक्षा को कड़ी चुनौती बताया।उन्होंने कहा कि अति सुरक्षित विधानसभा परिसर में अलगवावादी झंडे लगना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि देश की एकता और अंखडता से किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसी ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं करना चाहती पर देश प्रदेश के अस्तित्व को कोई चुनौती देने का प्रयास करे तो उसे सहन नहीं किया जा सकता।
सुक्खू ने सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग करते हुए भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना फिर न घटे इसकी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने को कहा है।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed