सोलन: तीन दिवसीय शूलिनी लिटफेस्ट कल से..

लेखकों और साहित्यकारों की एक पूरी श्रृंखला ऑफलाइन और ऑनलाइन लेंगी भाग

देश भर से 40 से अधिक स्पीकर्स परिसर में विभिन्न सत्रों में  लेंगे हिस्सा, जबकि अन्य 13 देशों से ऑनलाइन होंगे शामिल 

सोलन: चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स, शूलिनी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित शूलिनी लिटफेस्ट के दूसरे संस्करण का उद्घाटन शुक्रवार से यूनिवर्सिटी कैम्पस में होगा। 3 दिवसीय फेस्टिवल को मिश्रित प्रारूप में आयोजित किया जा रहा है जिसमें लेखकों और साहित्यकारों की एक पूरी श्रृंखला ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में भाग ले रही है। देश भर से 40 से अधिक स्पीकर्स परिसर में विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे, जबकि अन्य 13 देशों से ऑनलाइन शामिल होंगे। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने वाले जाने माने प्रमुख वक्ताओं में बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्टेड लेखक एलन सीली, प्रसिद्ध अपराध कथा लेखक और प्रेरक कोच मुकुल देवा और बेस्टसेलिंग लेखक मनरीत सोमेश्वर शामिल हैं।यह आयोजन वार्षिक शूलिनी फ्लावर फेस्टिवल के साथ आयोजित किया जा रहा है, जो परिसर में शानदार और दुर्लभ वनस्पतियों और जीवों को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करता है।शूलिनी यूनिवर्सिटी ने पिछले साल अपना पहला साहित्य उत्सव आयोजित किया था, जिसे

सोलन: तीन दिवसीय शूलिनी लिटफेस्ट कल से..

कोरोना के चलते ऑनलाइन मोड में आयोजित किया गया था। 

लिटफेस्ट का उद्घाटन चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला करेंगे जबकि उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला करेंगे।फेस्टिवल का विषय ‘वन वर्ल्ड, वन ड्रीम’ है। फेस्टिवल के सह-संयोजक प्रो. मंजू जैदका के अनुसार, इसमें कई प्रमुख वक्ताओं के साथ 30 सत्र होंगे और ओपन एयर थिएटर में आयोजित किए जाएंगे।फेस्टिव की विविधता को बढ़ाने के लिए इसमें विभिन्न नाटकों का मंचन भी किया जा रहा है। पैनल डिस्कशन में जयश्री सेठी और उनकी टीम एक नाटक प्रस्तुत करेगी। पैनल डिस्कशन के दौरान प्रो. मालाश्री लाल की किताब बीट्रेयड बाय होप: ए प्ले ऑन द लाइफ ऑफ माइकल मधुसूदन दत्त के कुछ महत्वपूर्ण अंश भी प्रस्तुत किए जाएंगे। तीन दिनों में लगभग 70 स्पीकर्स साहित्य की विभिन्न शैलियों जैसे पौराणिक कथाओं, ऐतिहासिक कथा साहित्य, जासूसी कथा, नेपाली साहित्य, पंजाबी और उर्दू कविता पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, आमंत्रित वक्ता यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, जापान, सर्बिया, ब्राजील, पोलैंड, फिनलैंड, सिंगापुर नाइजीरिया, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों से होंगे। दुनिया भर से आने वाले ये वक्ता अलग अलग विषयों पर अपने विचार देंगे। 

प्रख्यात लेखक देवदत्त पटनायक उद्घाटन सत्र में साहित्य और कला में पौराणिक कथाओं के महत्व पर बोलेंगे। प्रो जैदका ने कहा कि कविता सत्रों में अंतरराष्ट्रीय कवियों का एक समूह होगा, साहित्य की विभिन्न शैलियों पर पैनल, शास्त्रीय से लेकर लोकप्रिय तक। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के लेखक अपनी साहित्यिक उपलब्धियों के बारे में बात करेंगे। फोटोग्राफी और साहित्य पर, फिल्म एडॉप्टशन पर और खेल पत्रकारिता पर एक सत्र आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रसिद्ध और जाने माने खेल लेखक प्रदीप मैगजीन और संदीप द्विवेदी भाग लेंगे।

शूलिनी यूनिवर्सिटी में साहित्य महोत्सव के साथ, फूल उत्सव रंग, सुगंध और विजुअल खूबसूरती की प्रचुरता प्रदान करेगा। फेस्टिवल में शामिल होने वाले सभी लोग जीवंत, आकर्षक और विभिन्न रंगों से सजे फूलों के वर्गीकरण की सराहना करने और खरीदने में सक्षम होंगे। मेन लाईब्रेरी योगानंद नॉलेज सेंटर में एक पुस्तक प्रदर्शनी होगी, जो एक आर्किटेक्चर का एक शानदार काम है। हिमाचल प्रदेश राज्य के शानदार हस्तशिल्प को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। फेस्टिवल में आने वाले आगंतुकों के लिए खाने के स्टॉल और अन्य सुविधाएं होंगी। इसके अलावा, छोटे बच्चों के लिए एक विशेष कहानी सुनाने का एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा।शाम के सत्रों में बिरजू महाराज और लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि, एक हिमाचली लोक रात्रि, अमृता प्रीतम पर आधारित एक नाटक प्रदर्शन, और सबसे बढक़र, उस्ताद शफकत अमानत अली के साथ एक सत्र सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं।

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