हिमाचल: प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का पांचवां दिन…जानें क्या रहा ख़ास

हिमाचल : प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की पांचवीं बैठक में आज माकपा विधायक राकेश सिंघा ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, एनएचएम कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिए जाने का मामला उठाया।

राज्यपाल अभिभाषण पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जवाब  देते हुए कहा कि 41 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के काम का लेखा-जोखा होता है और उसके बाद उसमें चर्चा होती है जो कमियां होती हैं उसमें सुधार के लिए सुझाव आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष ने पूरा नहीं सुना और बाहर चले गए और आज भी विपक्ष का पता नहीं है कि कितनी देर तक अंदर हैं। विपक्ष बच्चों की तरह जिद्द पर अड़ जाता है। सरकार ने पिछले 4 वर्षों में हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया है। सरकार कभी किसी की स्थायी नहीं होती है आना-जाना लगा रहता है लेकिन सरकार के उठाए गए कदमों का हमेशा जिक्र होता है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आना-जाना रहता है। कभी आप कभी हम। 
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगेस सरकार के समय में अस्पतालों में 52 वेंटिलेटर थे, अब 1014 हैं। तीन हजार ऑक्सीजन सिलिंडर थे, अब 17 हजार हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि पटाखा फैक्टरी में आग लगने से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अब तक इस मामले में चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। फैक्टरी का मैनेजर, दो लेबर ठेकेदार और अब चौथी गिरफ्तारी फैक्टरी के मालिक नंगल निवासी रोहित पुरी की हुई है। सीएम ने सदन में बताया कि पुलिस से लगातार मामले की जानकारी ली जा रही है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि कर्मचारियों की हर जायज मांग का वर्तमान सरकार ने हल निकाला है और आगे भी कर्मचारियों के हर वर्ग की मांगों का समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को यह समझना चाहिए कि प्रदेश सरकार उनके हित में हर संभव निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन किसी समस्या का हल नहीं है। इसलिए अपनी मांगों को लेकर सरकार से बात करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को पूरा करने के लिए मुख्य सचिव राम सुभग सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगाताकि कर्मचारियों की इस मांग का भी समाधान निकाला जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा 20 हजार गऊएं आज सड़कों से गौसदन में भेजी गई हैं।लोगों की समस्या के लिए सरकार ने जनमंच कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें 241 जनमंच किए और 48478 समस्याओं का घर में समाधान किया है। उज्ज्वला योजना के माध्यम से लोगों को गैस चूल्हा दिया गया है और इस योजना से छूटे हुए लोगों के घर में गृहिणी सुविधा योजना के माध्यम से 3 लाख 25 हजार चूल्हे लोगों के घर में पहुंचाए हैं। सरकार ने हिमकेयर योजना के माध्यम से मुफ्त इलाज देकर 2 लाख 27 हजार लोगों के स्वास्थ्य के लिए 201 करोड़ खर्च किया। सहारा योजना के माध्यम से हर महीने लाभ 3 हजार शारीरिक रूप से असहाय को पहुंचाया जाया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के माध्यम से लोगों को आजीविका का रास्ता ढूंढा और 2231 लोगों ने इससे रोजगार मिला है और इसमें 100 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। मुख्यमंत्री हैल्पलाइन योजना 1100 के माध्यम से लोगों की समस्या का समाधान किया गया है।प्राकृतिक खेती का मॉडल हिमाचल प्रदेश में अपनाया गया हैजिसकी देश भर में प्रशंशा हो रही है। इन्वैस्टर मीट के माध्यम से प्रदेश में इन्वैस्टमैंट लाने का प्रयास किया गया है। साढ़े 13 करोड़ की पहली ग्राऊंड ब्रेकिंग सैरेमनी करवाई है, जिसका 95 फीसदी काम धरातल पर उतर गया है।

2012-2017 तक 48 हजार का कर्ज था, जिसमें 28 हजार 707 करोड़ का कर्ज कांग्रेस सरकार ने 5 वर्षों में लिया जबकि 63 हजार 200 करोड़ का कर्ज वर्तमान में सरकार पर है। सरकार का 4 वर्षों में कर्ज 32 फीसदी है जबकि कांग्रेस सरकार में 67 प्रतिशत था। कोविड में पूरे देश में अर्थव्यवस्था तहस-नहस हुई है। कांग्रेस के समय में प्रदेश में केवल 2 ऑक्सीजन प्लांट थे और वैंटिलेटर की संख्या भी नाममात्र थी जबकि वर्तमान में 1014 वैंटिलेटर प्रदेश में मौजूद हैं, जिसमें 982 कार्यरत हैं। ऑक्सीजन सिलैंडर भी बहत कम थे लेकिन आज 17 हजार सिलैंडर प्रदेश में हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन से अब तक 108 छात्र हिमाचल लाए गए हैं। खारकीव में स्थिति तनावपूर्ण है, यहां हमारे छात्र फंसे हैं। इन्हें लाने में कठिनाई हो रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बच्चे यूक्रेन में फंसे हैं, सरकार उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास कर रही है। बच्चों से मुख्यमंत्री ने खुद भी बात की है। कीव से हिमाचल के 8 छात्रों को लाया गया है। खारकीव में ज्यादा परेशानी है। एक छात्र की वहां मृत्यु भी हुई है। यूक्रेन के हालात फिलहाल ठीक नहीं हैं लेकिन सरकार फिर भी लगातार बच्चों को सुरक्षित निकालने का रास्ता ढूंढ रही है।

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि अवैध खनन में शामिल लोगों की अब संपत्ति अटैच होगी। राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर लिया।

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