हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के दूसरा दिन….

शिमला: हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन ऊना ब्लास्ट मामला सदन में उठा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ऊना पटाखा फैक्ट्री मामले में सदन में वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। छह लोगों की मौत हो गई। 14 घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के लिए डीआईजी कांगड़ा की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है और सरकार की तरफ से मंडलायुक्त कांगड़ा ने भी जांच शुरू कर दी है। कंपनी को सील कर दिया गया है। उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है। आने वाले वक्त में ऐसी घटना न हो इसके लिए इंडस्ट्रियल एरिया में सभी विभागों को नजर रखने को कहा गया है। हर तरह से जांच हो रही है। उद्योग, लेबर और पुलिस महकमों को विशेष निर्देश दिए हैं कि वे भविष्य में ऐसी घटना न होने दें। इसके अलावा धारा 304, 306 के तहत और अन्य धाराओं के तहत भी जिला ऊना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कंपनी के प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी होगी।

मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि परिजनों को फौरी राहत के तौर पर राशि प्रदान कर दी गई है। गंभीर रूप से घायलों को 15000 रुपए की राहत राशि दी गई है। मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए प्रदेश सरकार की तरफ से और 2 लाख रुपए केंद्र सरकार की तरफ से दिए गए हैं।  वहीं, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ये दर्दनाक घटना है। उन्होंने ने कहा कि छह लोग ज़िंदा जल गए। यह बड़ी घटना है।

 प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने लगाए सरकार पर विधायक नेताओं की जासूसी करने के आरोप

हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन  नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि जयराम सरकार अपने विधायकों की जासूसी करवा रहे हैंमुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के अफसर मैसेज कर रहे हैं कि विधायकों के पीएसओ उनकी लोकेशन भेजें सीआईडी के व्हाट्सअप ग्रुप में ऐसे मैसेज आए हैंविधायक को पता न लगे कि उनकी लोकेशन ट्रैक हो रही है, क्या सरकार को सत्ता पक्ष के विधायक पर भी भरोसा नहीं हैमुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि सुरक्षा कर्मियों से विधायकों की जासूसी करवाई जा रही है

मुख्यमंत्री ने कहा को सरकार की तरफ से इस तरह के कोई ऑर्डर नहीं है केवल और केवल विधायकों और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा से जुड़े मसले पर जरूर समय समय पर इस तरह की जानकारी केवल विधायकों की सुरक्षा और उनकी आवाजाही को लेकर अगर ऐसा किया जाता है तो ये केवल सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। अगर विधायकों खासकर विपक्ष के लोगों को ऐसा लगता है तो सरकार जरूर इस विषय की गहनता से जांच करवाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी तरह की कोई कोताही नही बरती जाएगी। सरकार इसकी जांच जरूर करेगी।

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