किसानों द्वारा पॉलीहाउस में लगाये गए लाखों रुपये के फूल सड़कों पर

हिमाचल : पुष्प क्रान्ति योजना के तहत 23.60 करोड़ रुपए का उपदान प्रदान

ग्राम पंचायत शमरोड़, नौणी, जाबल जमरोट तथा पट्टाबरावरी में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से बताईं कल्याणकारी योजनाएं

सोलन: प्रदेश में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए हिमाचल पुष्प क्रान्ति योजना के अन्तर्गत 1134 पुष्प उत्पादकों को 23.60 करोड़ रुपए का अनुदान प्रदान किया गया है। यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध हिम सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत शमरोड़ तथा नौणी में आयोजित कार्यक्रमों में दी।

कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत जाबल जमरोट तथा पट्टाबरावरी में पर्वतीय लोक मंच दाड़वां के कलाकारों द्वारा गीत-संगीत एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया गया।

कलाकारों ने बताया कि प्रदेश में फूलों की खेती को हिमाचल पुष्प क्रान्ति योजना के तहत पाॅलीहाउस व पाॅलीटनल स्थापित करने तथा पंखे व पैड इत्यादि के लिए 85 प्रतिशत तक उपदान प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत पौध सामग्री पर भी 50 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा है। फूलों के परिवहन भाड़े पर व्यापक छूटी दी गई है ताकि पुष्प उत्पादक अपने उत्पाद दिल्ली व अन्य शहरों में आसानी से भेज सकें। कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह को योजना के लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी भी प्रदान की।

कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना के अन्तर्गत वृद्ध, एकल नारी, कुष्ठ रोगी, ट्रांसजेंडर, विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है। सोलन जिला में 60 से 69 वर्ष के सामाजिक सुरक्षा पैंशन धारकों की संख्या 6747 है। 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सामाजिक सुरक्षा पैंशनरों की कुल संख्या 11896 है।

कलाकारों ने बताया कि महिला सशक्तिकरण व पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से कार्यान्वित की जा रही महत्वाकांक्षी हिमाचल गृहिणी सुविधा के तहत सोलन ज़िला में अभी तक 17 हजार से अधिक लाभार्थियों को गैस कुनैक्शन निःशुल्क प्रदान किए गए हैं।

कलाकारों द्वारा इस अवसर पर नशा निवारण के साथ-साथ कोविड-19 नियमों के विषय में भी जागरूक किया गया। कलाकारों ने बताया कि कोविड-19 का खतरा अभी बना हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें तथा आवश्यक सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें।

इस अवसर पर कलाकारों ने उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया कि वे युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि नशामुक्त समाज के लिए अपने परिवार से पहल करनी होगी। युवा अपने घर पर परिजनों तथा साथियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाएं। नशे के उन्मूलन के लिए अभिभावकों को भी भूमिका निभानी होगी। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखें और उनके व्यवहार में परिवर्तन के संबंध में बच्चों से बात करें। इस विषय में अध्यापकों तथा चिकित्सकों से बिना समय गवाएं परामर्श अवश्य लें।

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