लोकसभा चुनाव: हिमाचल प्रदेश में अभी तक 15 प्रत्याशियों ने भरे अपने नामांकन

कांग्रेस इन नामों को लेकर फाइनल करने पहुंची हाईकमान के पास तो भाजपा आज करेगी प्रत्याशियों के पैनल तय 

हिमाचल: प्रदेश में राजनैतिक माहौल में हलचलें अब काफी तेज हो चुकी हैं।  दोनों राजनैतिक पार्टियां उपचुनाव के लिए जहां मैदान में उतर गई हैं। वहीं दोनों पार्टियां प्रत्याशियों के नामों पर काफी मंथन के बाद दिल्ली फाइनल रिपोर्ट लेकर पहुंचने लगी है। मण्डी संसदीय क्षेत्र, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने अपने नाम लगभग तय कर दिए हैं, जबकि अर्की विधानसभा में अभी कशमकश चल रही है। इस बार उपचुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से पार्टी ने आवेदन आमंत्रित नहीं किए। प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में मंडी संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह, जुब्बल-कोटखाई से पूर्व विधायक रोहित ठाकुर और फतेहपुर से पूर्व मंत्री दिवंगत सुजान सिंह के बेटे भवानी सिंह का नाम तय कर हाईकमान को भेज दिया है। अर्की में अभी दुविधा चल रही है। जबकि यहां से हाईकमान को राजेंद्र ठाकुर और संजय अवस्थी के नाम भेजे गये हैं, जिनमें से किसी एक को टिकट मिलेगा। बैठक के बाद पार्टी सह प्रभारी संजय दत्त, प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री हाईकमान से मिलने दिल्ली रवाना हो गए हैं। 

वहीं आज रविवार को धर्मशाला में होने जा रही भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के पैनल तय हो जाएंगे। संभावित प्रत्याशियों का पैनल बनाकर इसे नई दिल्ली में संसदीय बोर्ड को भेजा जाएगा।

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे मण्डी संसदीय सीट सहित फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई के उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी। बीते शुक्रवार को शिमला में हुई पार्टी के राज्य सचिवालय मंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। माकपा ने उपचुनावों में भाजपा के प्रत्याशियों को हराने के लिए प्रचार और प्रसार करने की रणनीति बनाई है। माकपा के राज्य सचिव डॉ. ओंकार शाद ने कहा कि पार्टी के सभी पदाधिकारियों ने आपसी सहमति से उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है। केंद्रीय पदाधिकारियों को भी इस बाबत सूचित कर दिया है।

हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव को लेकर जहां दोनों पार्टियां (भाजपा-कांग्रेस) अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं वहीं लोगों का मानना है कि इस बार अगर मण्डी संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह चुनाव मैदान में उतरती है तो भाजपा और कांग्रेस में यहां से मुकाबला कड़ा होगा क्योंकि मण्डी मुख्यमंत्री जयराम का गढ़ है तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद प्रदेश की राजनीति में समीकरण बदले हैं।

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