काह गांव से सुबह साढ़े तीन बजे रेस्क्यू दल हुआ रवाना – उपायुक्त नीरज कुमार
– दोनों शवों को लाने का कार्य जारी है
– एडीएम मोहन दत ने रेस्क्यू दल को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
– काह गांव में बनाया गया है बेस कैंप
काजा (लाहौल स्पीति): हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के खंमीगर ग्लेशियर में ठहरे पर्वतारोहियों (ट्रैकर्स) को रेस्क्यू करने के लिए 32 रेस्क्यू दल मंगलवार को सुबह साढ़े तीन बजे पिन घाटी के काह गांव से रवाना हुआ। लेकिन पर्वतारोही दल के 14 सदस्य धार चांको में रेस्क्यू दल को मिल गए है। पर्वतारोही दल ने दोनो शवों को खंमीगर ग्लेशियर पर ही छोड़ कर नीचे उतरने का फैसला किया था। देर शाम तक 14 पर्वतारोही काह बेस कैंप तक पहुंच जाएंगे। वहीं दोनों शवों को लाने का कार्य सुबह शुरू होगा। हमारा रेस्क्यू दल आज धार चांगो में ही रुकेगा। उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि एडीएम मोहन दत शर्मा ने सुबह रेस्क्यू दल को संबधित दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं दो पुलिस कर्मी हेड कास्टेंबल करतार सिंह और कांस्टेवल अश्वनी कुमार काह गांव में बने बेस कैंप में तैनात किए गए हैं। रेस्क्यू दल जीपीएस सिस्टम से लैस है। इसके साथ ही रहने खाने पीने का सारा सामान रेस्क्यू दल के पास मौजूद है। 14 पर्वतारोही सदस्य रेस्क्यू दल को मिल गए है। अभी बेस कैंप की ओर आधे रेस्कयू दल के साथ आ रहे है। इन्हें फिर काजा सीएचसी लाया जाएगा।