सरकार न तो बागवानों की पीड़ा को समझ रही और न ही उनके लिए कोई राहत दे रही : राठौर

शिमला: कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सेब बागवानो के साथ हो रहें हर स्तर पर अन्याय पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि सरकार न तो बागवानों की पीड़ा को ही समझ रही है और न ही उनके लिए कोई राहत दे रही है। उन्होंने कहा है कि आज प्रदेश में सेब बागवानों को बहुत ही विकट स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। एक तरफ सड़कों की खस्ता हालत दूसरी तरफ सेब व्यपारियो की मन मर्जी के चलते उन्हें इसके उचित दाम भी नहीं मिल रहे हैं।
राठौर ने आज यहां कहा कि बागवानों को एचपीएमसी के सी.ए. स्टोर में भी अपने उत्पाद को रखने की जगह नहीं मिल रही है।उन्होंने कहा कि सरकार के मनमर्जी के चलते इन सी. ए. स्टोर आवंटन में कोई भी पारदर्शिता नहीं है। आलम यह है कि इन सी.ए. स्टोरेज का सही लाभ बागवानों को नहीं मिल रहा है।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में पूर्व कांग्रेस सरकार के समय रोहड़ू, गुम्मा, जरोल टिक्कर,ओड्डी, और पतलीकूहल व रिकांगपिओ के एचपीएमसी के परिसरों में सी.ए. स्टोरों के अतिरिक्त ग्रेडिंग मशीनें भी स्थापित की गई थी,पर विभाग और सरकार की बेरुखी के चलते आज इन मशीनों का सही उपयोग नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने एपीडा से इसके लिए धन उपलब्ध करवाया गया था।इसके पीछे मकसद स्थानीय बागवानों को सी. ए.स्टोर व ग्रेडिंग की पर्याप्त सुविधा देना था,पर सरकार की लापरवाही की वजह से इसका लाभ बागवानो को नहीं मिल रहा है।
राठौर ने सरकार से मांग की है कि तुरंत ही एचपीएमसी के कोल्ड स्टोरेज में बागवानो को सेब की पेटियां रखने की पर्याप्त जगह उपलब्ध करवाई जाए,जिससे उनकी फसल बर्बाद होने से बच सकें और बागवान तबतक अपनी फसल सुरक्षित रख सकें जब तक की उन्हें इसके उचित दाम नहीं मिल जाते। उन्होंने कहा बागवानों को बिचौलियों से भी मुक्त करवाया जाना चाहिए।
राठौर ने कहा है कि एचपीएमसी की कार्यप्रणाली को लेकर प्रदेश के बागवानों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले सेब व्यपारियों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। कुछ व्यपारी बागवानों को चुना लगा कर फरार हो रहें है, इसलिए उन्हीं व्यापारियों को सेब खरीद की अनुमति दी जानी चाहिए जिनकी सरकार के पास बैंक गारंटी हो।

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