वृक्षारोपण अभियान 12 जुलाई से

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, शिमला द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित

  • भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानक्षेत्रीय केन्द्रशिमला के अध्यक्ष डॉ. कल्लोल कुमार प्रामाणिक ने हर व्यक्ति से पौधे लगाने का आह्वान 

शिमला : भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्रशिमला द्वारा पर्यावरण को बचाने हेतु वृक्षारोपण माह मनाया जा रहा हैजिसके तहत जगह-जगह लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतु प्रचार बैनर व पोस्टर लगाकर तथा वृक्षारोपण करके किया जा रहा है।

इस पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत एक वृक्षारोपण कार्यक्रम इस केंद्र के अंत्तर्गत डॉ. बी.पी. पाल शोध एवं अध्ययन केंद्रशांकली मे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानक्षेत्रीय केन्द्रशिमला के अध्यक्ष डॉ. कल्लोल कुमार प्रामाणिक द्वारा आयोजित किया गयाजिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर कृषि वैज्ञानिक चयन बोर्ड (ए.एस.आर.बी.)नई दिल्ली के सदस्य  डॉ. पी के. चक्रबर्ती तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रधान वैज्ञानिक डॉ. मुक्ता चक्रबर्ती थे। 

कार्यक्रम की अध्यक्षताभारतीय कृषि अनुसंधान संस्थानक्षेत्रीय केंद्रशिमला के अध्यक्ष डॉ. कल्लोल कुमार प्रामाणिक ने की। कार्यक्रम का शुभारम्भ इस केंद्र के अध्यक्ष डॉ. प्रामाणिक ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया तथा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम से अवगत करवाया। उसके बाद मुख्य अतिथी डॉ. पी.के. चक्रबर्ती ने पर्यावरण के संरक्षण हेतु पौध रोपण के महत्व पर अपने विचार रखे एवं डॉ. बी.पी. पाल शोध एवं अध्ययन केंद्र देखकर खुश हुए।

डॉ. प्रामाणिक ने पीआईबी को बताया कि आज के मौजूदा परिपेक्ष में जब कोविड़ महामारी ने विश्व को घेरा हुआ है ऐसे में हमारे लिये पर्यावरण को बचाने तथा उसे संरक्षित करने की आवश्यकता हैजिसके लिये हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने की आवश्यकता है तथा उसके साथ-2 हमें साफ सफाई पर भी ध्यान रखना है तथा उन्होंने सबसे आहवान किया कि हरेक व्यक्ति कम से कम 3-4 पौधे आपने घर के पास लगाये तथा उनका संरक्षण भी करे।

इस केंद्र के डॉ. बी.पी. पाल शोध एवं अध्ययन केंद्रशांकली शिमला मे प्रुनस प्रजाति,अनारकाफलबैहमी और चूली तथा जुनिफर जैसे फलदार पौधों का पौधरोपण किया गया।  इस  सफल कार्यक्रम के लिये मुख्य अतिथि ने डॉ. प्रामाणिक सहित सबको बधाई दी। 

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