किन्नौर: किन्नौर जिले के पास निगुलसेरी में पहाड़ से मलबा गिरने के कारण बड़ा हादसा हुआ है। यहां पर एक यात्री बस और कई वाहन मलबे में दब गये हैं। मिली जानकारी के अनुसार अब तक दो शव मिले हैं। 10 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि कई लोग अब भी लापता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि करीब 50-60 से ज्यादा लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
मौके पर सेना और एनडीआरएफ की टीम मौजूद हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला अभी जारी है और इस वजह से बचाव अभियान में मुश्किलें आ रही हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर भूस्खलन घटनास्थल पर आईटीबीपी की तीन बटालियन के करीब 200 जवान हैं। पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। रेस्क्यू टीम करीब एक घंटे से भूस्खलन के रुकने का इंतजार कर रही है। करीब 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी ली है। पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम जयराम ठाकुर को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला भूस्खलन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। कई लोगों के फंसे होने की खबर है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करने का अनुरोध करता हूं।