शिमला: जिला परिषद की बैठक में 53 प्रस्ताव प्रस्तुत, 31 प्रस्ताव अनुमोदित

शिमला: जिला परिषद बैठक में आज सदस्यों द्वारा 53 प्रस्ताव को प्रस्तुत किए गए, जिनमें से 31 प्रस्ताव अनुमोदित किए गए तथा शेष 22 प्रस्तावों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द कार्यवाही करने के लिए आदेश दिए गए। यह जानकारी जिला परिषद अध्यक्ष चन्द्र प्रभा नेगी ने बचत भवन में जिला परिषद बैठक की अध्यक्षता करते हुए आज यहां दी।  
उन्होंने युवा पीढ़ी को नशे के दल-दल से निकालने एवं समाज में नशे के दुष्प्रभावों से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए शिविरों के माध्यम से जागरूकता प्रदान करने को कहा। उन्होंने जिला परिषद वार्डों में लंबित पड़े कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के अधिकारियों को निर्देश भी दिए।  
इस दौरान जिला परिषद के सदस्यगणों द्वारा अपने क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक कार्यों के विषय में सदन में विस्तृत चर्चा की और सदस्यों द्वारा क्षेत्र में लंबित कार्यों को पूर्ण करने का आग्रह किया। इस दौरान मदन लाल वर्मा सदस्य केलवी वार्ड तथा सुभाष कैंथला भुटी वार्ड तथा अन्य जिला परिषद सदस्यों द्वारा प्राकृतिक आपदा से सेब की फसल के नुकसान का राजस्व एवं बागवानी विभाग द्वारा आकलन कर प्रभावित क्षेत्र के लोगों को उचित मुआवजा प्रदान करने का आग्रह किया।
बैठक में विकास शेंगटा जिला परिषद सदस्य वार्ड बड़ाल द्वारा नव गठित पंचायतों मंे पंचायत घर बनाने के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए और जिला में वन अधिकारी अधिनियम के तहत उत्पन्न बाधाओं पर जानकारी प्रदान की तथा वन विभाग से संबंधित अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने का आग्रह किया।
इस दौरान समस्त जिला परिषद सदस्यों द्वारा जिला शिमला में बागवानी क्षेत्रों के सभी सम्पर्क मार्गों को दुरुस्त करने का निवेदन किया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से उत्पादों को समय पर मण्डियों में पहुंचाया जा सके।
इस अवसर पर चन्द्र प्रभा नेगी द्वारा सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बैठक में स्वयं अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें, जिससे जिला में विकासात्मक कार्यों को गति मिल सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला शिमला में सभी सम्पर्क मार्गों को समयावधि में पूर्ण करे, जिससे क्षेत्र के बागवानों को अपने उत्पाद को मण्डी में समय से पहुंचा सके तथा ग्रामीण क्षेत्र की आर्थिकी को संबल प्राप्त हो सके। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला परिषद सदस्यों द्वारा उनके क्षेत्रों में विकासात्मक कार्यों के निरीक्षण के लिए व्यक्तिगत उपस्थिति सुनिश्चित करें।  
बैठक से पूर्व चन्द्र प्रभा नेगी एवं सदस्यों द्वारा हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा पूर्व बागवानी मंत्री एवं मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा के निधन पर दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई।

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