हिमाचल: प्रदेश के कांगड़ा जिले में भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई है। भारी बारिश की वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं। जिले के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं है। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की वोह घाटी में बारिश से आई बाढ़ के कारण लगभग छह घर पानी में बह गए हैं। अभी तक 12 लोग लापता बताए जाए जा रहे हैं। एक महिला का शव बरामद किया गया है। महिला की पहचान मस्तो देवी पत्नी भीमो राम के रूप में हुई है। कुछ लोगों को घर से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
वोह घाटी में जिन लोगों के घर दरिया किनारे हैं, उनको खाली करवा दिया गया है। भारी बारिश के कारण कुछ गौशालाएं भी ढह गई हैं। डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल के आदेश के बाद एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। भूस्खलन के कारण वोह को जाने वाली सड़क भी बंद हो गई है।
नगरोटा बगवां में 9 साल की बच्ची पानी में बही गई है। बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। फ़िलहाल रेस्क्यू जारी है।
धर्मशाला के भागसु नाग में देर रात हुई तेज बारिश से आई बाढ़ से कई गाड़ियाँ बह गईं और कई होटलों और मकानों को नुकसान पहुंचा है। वहीं बाढ़ जैसी स्थितियों को देखते हुए धर्मशाला के प्रशासन ने यहां पर अलर्ट जारी कर रखा है।
प्रदेश के ज़िला सिरमौर में राजगढ़ क्षेत्र की नौहराधा तहसील के अंतर्गत गांव लाना-चेता में भारी बारिश के चलते घरों व पशुशालाओं में मलवा घुसा गया तो वहीं फसलों को भी हुआ नुकसान पहुंचा है।
शिमला ज़िला के चौपाल उपमण्डल की कुपवी तहसील में भारी बारिश से लकड़ी से बना 16 कमरों का तीन मंजिला घर भूस्खलन की चपेट में आकर जमींदोज हो गया है। परिवार के 7 सदस्यों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है, जबकि एक युवक मलवे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया है।
जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत भालू के भानल-संनत गांव में सोमवार सुबह सुंदर सिंह पुत्र हरि राम का मकान अचानक भूस्खलन की चपेट में आकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। भूस्खलन की आवाज सुनते ही परिवार के 7 सदस्य समय रहते सुरक्षित स्थान तक पहुंचने में कामयाब रहे, मगर एक युवक नरेश कुमार पुत्र श्याम सिंह हादसे के वक्त मकान के एक कमरे में सोया हुआ था। वह भूस्खलन और क्षतिग्रस्त घर में मलवे में दब गया। परिवार के सदस्यों द्वारा चीख-पुकार मचाने के बाद आसपास के लोग मदद के लिए पहुंचे और घायल व्यक्ति को मलवे के नीचे से बाहर निकाल कर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी पहुंचाया गया। कुपवी अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद चिकित्सकों द्वारा गंभीर रूप से घायल युवक को आगामी उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। घर की पशुशाला में बंधे मवेशियों को भी स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर उनकी जान बचाई गई है।
तहसीलदार कुपवी राजेन्द्र शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित परिवार के सदस्यों को रेस्क्यू करने के बाद समीप में एक सुरक्षित घर में रखा गया है, जबकि घायल युवक के परिजनों को प्रशासन द्वारा 5 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की गई है। भूस्खलन से बेघर हुए लोगों की मदद के लिए राहत सामग्री लेकर प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। नुकसान का आंकलन करके पीड़ित परिवार को प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
प्रदेश में सैंकड़ों सड़कें बंद हैं। मिली जानकारी के अनुसार कुल्लू के लेह-मनाली हाईवे , औट-लूहरी-रामपुर हाईवे, शिमला-किन्नौर हाईवे लैंडस्लाइड के चलते बंद हो गए हैं। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि मंगलवार तक जिला में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों व पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वह नदी नालों के समीप न जाएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल में भारी बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैं बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।
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केंद्र ने भेजी एनडीआरएफ की टीमें, शाह ने ट्वीट कर दी जानकारी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आई प्राकृतिक आपदा के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की है। राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमें शीघ्र वहां पहुंच रही हैं। गृह मंत्रालय स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहा है। केंद्र की ओर से हिमाचल को हर संभव मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए NDRF की टीम केंद्र से भेजने पर गृह मंत्री का आभार जताया है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा, ‘प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से निपटने एवं राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें भेजने हेतु केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी का प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक आभार। हमारी सरकार भी इस स्थिति से निपटने हेतु हरसंभव कार्य कर रही है।‘
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मुख्यमंत्री ने जिलों को राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए