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मंत्री महेंद्र सिंह के बयान पर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल…

  • …यूँ ही तो नहीं दिया जा रहा मामले को तूल

  • सच्चाई तो वास्तव में मंत्री जी ही जानते हैं !

हिमाचल : प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने प्रदेश के राजनीति गलियारों में पिछले कल से हलचल मचा दी है। उनके दिए बयान के बाद लोगों में कई तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। महेंद्र सिंह प्रदेश के कद्दावर नेता हैं और उनकी सियासी पैठ काफी मजबूत मानी जाती है। ऐसे में उनके बयान को लोगों दवारा हल्के में नहीं लिया जा रहा। इसके लोग कई मायने निकाल रहे हैं।
लोगों का कहना है कि मण्डी के लोकसभा क्षेत्र के चुनाव जल्द ही आने वाले हैं और मण्डी से भाजपा के पास मजबूत उम्मीदवार अगर माने जा रहे हैं तो वो महेंद्र सिंह ही हैं। वहीं महेंद्र सिंह को पार्टी ने मण्डी के उपचुनाव का प्रभारी भी बनाया है। जबकि पहले भी एक मंत्री को कैबिनेट से इस्तीफा दिलाकर संसदीय सीट से खड़ा किया गया है और ऐसे में नेता हिमाचल की सक्रिय राजनीति से काफी हद तक दूर हो गये हैं। लोगों का कहना है कि हो सकता है कि ऐसे में महेंद्र सिंह ने बयान देकर अपने लिए ही कोई फायदा तलाश लिया हो। क्योंकि प्रदेश में शिक्षक वर्ग पर सवाल उठाना इतनी आसान और छोटी बात नहीं है।

खैर शिक्षक संगठनों का महेद्र सिंह के बयान के बाद मोर्चा खोलना उनके लिए किस तरह मोड़ लेता है यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। फ़िलहाल प्रदेश में महेंद्र सिंह के बयान पर कई कयास और चर्चाओं का दौर लोगों के बीच चल रहा है सच्चाई वास्तव में क्या है! ये मंत्री जी ही जानते हैं कि उन्होंने बयान सोच समझकर दिया या फिर यूँ ही उनकी टिप्पणी पर लोगों दवारा तूल दिया जा रहा है।

ये है मामला: बीते दिन प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर कुल्लू के बंजार में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने वहां कहा था कि शिक्षकों ने कोरोना के दौरान सबसे ज्यादा मज़े किए हैं और अब कोरोना वैक्सीन के लिए उन्हें फ्रंटलाइन वॉरियर घोषित कर दिया गया है। 

शिक्षक संगठनों ने की मंत्री के बयान पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग: शिक्षक संगठनों ने मंत्री के इस बयान पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग की है। राज्य भर के अध्यापक संगठन मंत्री के खिलाफ उग्र हो गए हैं और उनसे इस्तीफा देने और बयान वापस लेने की बड़ी मांग उठा दी है।  सभी अध्यापक संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर महेंद्र सिंह बयान वापस नहीं लेते और सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं, तो समूचे प्रदेश में बड़ा जन आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।

  • महेंद्र सिंह ने शिक्षकों का किया घोर अपमान : विक्रमादित्य सिंह : कांग्रेस महासचिव विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की शिक्षको के खिलाफ की गई उनकी सार्वजनिक टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए उनसे शिक्षको से सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगने को कहा है।उन्होंने कहा है कि महेंद्र सिंह ने शिक्षकों का घोर अपमान किया है जिसे सहन नहीं किया जा सकता है। विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा है कि महेंद्र सिंह ने शिक्षकों के प्रति उनकी मानसिकता को प्रदर्शित कर दिया है।कोरोना काल में शिक्षकों को प्रथम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं की संज्ञा देने वाली भाजपा नेताओं की पूरी पोल खुल गई है।

विक्रमादित्य सिंह ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि उन्हें सत्ता का नशा इस कदर छाया है कि वह अधिकारियों के साथ साथ आम लोगों को भी सरेआम धमकाते रहतें है।पिछले दिनों मुख्य सचिव का जिस प्रकार से उन्होंने मंत्रीमंडल की बैठक में अपमान किया है,वह पूरी तरह निंदनीय है।मुख्यमंत्री की अपने इस मंत्री के अपमान जनक व्यवहार पर खामोशी का साफ अर्थ है कि उनका अपने मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं है,और उन्होंने इन्हें अधिकारियों, लोगों को धमकाने की खुली छूट दे रखी है।

 

 

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