शिमला आने वाले सैलानियों को मिलेगी मुफ्त पार्किंग की सौगात

24 घण्टों में 3100 वाहनों ने शिमला में किया प्रवेश

शिमला: शिमला की राजधानी में पर्यटकों की आमद एकदम से बढ़ गई है। बीते 24 घंटे के दौरान परवाणू बैरियर से लगभग 3100 वाहन शिमला पहुंचे हैं। सोमवार को दिनभर परवाणू के समीप पुलिस बैरियर पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं पिछले कल यानि रविवार को भी यही स्थिति रही थी। कोविड ई-पास वालों को प्रदेश में आने की अनुमति दी जा रही है। किसी के पास ई-पास नहीं है तो परवाणू पुलिस बैरियर पर पर्यटकों को ई-पास बनाया जा रहा है। अब बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं। मैदानी राज्यों में गर्मी ज्यादा होने के कारण दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के पर्यटक हिमाचल का रुख करने लगे हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या के बाद हालांकि होटल मालिकों के चेहरों पर रौनक लौट आई है।

वहीं  यातायात सुचारू रखने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। शिमला पुलिस द्वारा पर्यटकों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया जा रहा है।

प्रदेश में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए, सरकार ने राज्य में प्रवेश करने के लिए आरटीपीसीआर आवश्यकता की शर्त को हटा दिया है, लेकिन साथ ही कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करने की किसी को अनुमति नहीं दी गई है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए कही।

जय राम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में अन्तरराज्यीय आवाजाही की अनुमति दी गई है और हिमाचल प्रदेश ने यह भी निर्णय लिया है कि राज्य में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कोविड ई-पास साॅफ्टवेयर में पंजीकरण के माध्यम से निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवेश करने के इच्छुक सभी व्यक्तियों को अब इस ऑनलाइन साॅफ्टवेयर में अपना विवरण दर्ज करना आवश्यक है और उनके आगमन का विवरण सभी संबंधित हितधारकों के साथ सांझा किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि होटल व्यवसायियों को राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रणाली का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने पर्यटकों से सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने और फेसमास्क पहनने व परस्पर दूरी के नियम के अनुपालन का भी आग्रह किया।

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *