पंचायत स्तर पर जल संग्रहण तालाब बनाने को जल शक्ति विभाग जल्द तैयार करे कार्य योजना : उपायुक्त डीसी राणा
पंचायत स्तर पर जल संग्रहण तालाब बनाने को जल शक्ति विभाग जल्द तैयार करे कार्य योजना : उपायुक्त डीसी राणा
सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न पेयजल योजनाओं को आपस में जोड़ा जाए
पेयजल के दुरुपयोग की अवस्था में पंचायती राज संस्थाएं और नगर परिषद के प्रतिनिधि विभाग का करें सहयोग
जिले में 96 योजनाएं सूखे से प्रभावित, विभाग उठाए सभी जरूरी कदम
चंबा: उपायुक्त डीसी राणा ने आज जिले में सूखे से उत्पन्न स्थिति और पानी की कमी के समाधान के लिए मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश के साथ वीडियो कांफ्रेंस करने के बाद राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के कक्ष में आयोजित बैठक के दौरान उपमंडल स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा सूखे की स्थिति के समाधान को लेकर उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों की समीक्षा की।
बैठक में जल शक्ति विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने अधीक्षण अभियंता को पंचायत स्तर पर जल संग्रहण तालाब बनाने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति के लिए जल्द सभी विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण की जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न पेयजल योजनाओं को आपस में जोड़ने के अतिरिक्त नए हैंडपंप लगाने और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन से संबंधित कार्यों को अमली जामा सुनिश्चित बनाया जाए।
जलशक्ति विभाग द्वारा जिले में सूखे की वर्तमान स्थिति को लेकर उठाए जा रहे विभिन्न उपायों की जानकारी देते हुए विभाग के अधीक्षण अभियंता रोहित दुबे ने बताया कि जिले में कुल 892 पेयजल आपूर्ति योजनाओं में से 96 योजनाएं सूखे से प्रभावित हुई हैं। इनमें 92 योजनाएं सलूणी उपमंडल और 18 योजनाएं तीसा उपमंडल से संबंधित हैं। इसके अलावा जिला के अन्य क्षेत्रों में स्थिति सामान्य है। प्रभावित क्षेत्रों में समस्या के समाधान के लिए संबंधित अधिशासी अभियंता को तय समय सीमा के भीतर कार्य करने को कहा गया है।
पशुपालकों के लिए चारे की उपलब्धता को लेकर उपायुक्त ने संबंधित विभाग को आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश जारी किए । पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ राजेश सिंह ने बैठक में अगवत किया कि चूंकि रबी की फसल कटाई का कार्य शुरू होना है ऐसे में जिले के पशुपालकों को चारे की कमी नहीं होगी।
उपायुक्त ने पेयजल के दुरुपयोग के रोकथाम को लेकर पंचायती राज संस्थाओं और नगर परिषद प्रतिनिधियों से जल शक्ति विभाग का सहयोग करने का भी आह्वान किया।
उन्होंने विभाग को लोगों के निजी जल संग्रहण टैंक के ओवरफ्लो होने की अवस्था में आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।