प्रदेश के बागवानों ने 40 रुपए बेचे सेब तो प्राइवेट कंपनियों ने कमाए 250 रुपए : राणा
प्रदेश के बागवानों ने 40 रुपए बेचे सेब तो प्राइवेट कंपनियों ने कमाए 250 रुपए : राणा
हमीरपुर : सरकार की नीति के कारण बागवानों को सेब की लागत मूल्य के भी लाले पड़े हुए हैं जबकि हिमाचल के बागवानों से खरीदे गए सेब को प्राइवेट कंपनियों ने 500 फीसदी से भी ज्यादा लाभ कमा कर बेचा है।यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष व सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में हिमाचल के बागवानों से 40 रुपये किलो सेब खरीदकर निजी कंपनियों ने 250 रुपये किलो बेचकर मुनाफा कमा रही हैं। सरकार की नीति के कारण बागवानों को सेब के अच्छे दाम नहीं मिले हैं। इससे बागवान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
यह आरोप विधायक राजेंद्र राणा ने लगाया है। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों की वकालत कर रही सरकार की धांधली पर हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी नौणी के पूर्व वाइस चांसलर विजय ठाकुर बता रहे हैं कि बागवानों से कौडिय़ों के भाव खरीदा गया सेब अब सोने के भाव बेचा जा रहा है। राणा ने कहा कि ऊपरी हिमाचल के कई बागवानों ने उन्हें बताया कि सरकार के संरक्षण में निजी कंपनियों का बागवानों पर कसता शिकंजा भविष्य में विदेशी सेब से भी घातक साबित होगा। हिमाचल के किसानों व बागवानों को सरकार की मनमानियों पर लगाम लगाने के लिए किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहिए।