शिमला: जिला शिमला में आगजनी की घटनाएं रुकने का ना नहीं आ रही है। बीती रात करीब जहाँ 2 बजे राजधानी के उपनगर समरहिल में आगजनी की एक अन्य घटना सामने आई है। यहां पर एक भोजनालय और दो सब्जी की दुकानें जलकर राख हुई है। लेकिन गनीमत ये रही कि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। दुकानों के जलने से 90 हजार के नुकसान आंका गया है। मामले को लेकर कार्रवाई जारी है।
वहीं अब मशोबरा के साथ लगते क्षेत्र डाक बंगला के समीप स्वाहा गांव में एक लकड़ी के ढारे में लगी आग में 2 साल का मासूम जिंदा जल गया। बताया जा रहा है कि मासूम ढारे के अंदर सो रहा था। ढारे में नेपाली मूल का शांत बहादुर पत्नी व 6 बच्चों के साथ रहता है। दंपति शिमला में मजदूरी करता है और घटना के समय भी दोनों ही काम पर गए हुए थे। घर में मौजूद उनके बच्चे आपस में खेल रहे थे। इसी बीच खेल-खेल में आग लग गई। ढारे में आग तेजी से फैली और खेल रहे बच्चों ने बाहर दौड़कर जान बचाई लेकिन एक बच्चा अंदर जिंदा ही जल गया।
सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीण लोग एकत्रित हुए और आग बुझाने में जुटे। जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक ढारा लगभग पूरा जलकर राख हो गया। शाम को जब बच्चे के माता-पिता वापस घर लौटे तो मासूम की मौत से उनके होश उड़ गए। शव के अवशेष को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी लाया गया है। पुलिस की मामले को लेकर कार्रवाई जारी है।