- तीन दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स में प्रदेश भर के 50 से अधिक अधिकारियों ने लिया भाग
ठाकुर रीना राणा/शिमला: कृषि कार्यक्रमों के प्रचार प्रसार एवं सुधार और कृषि की नई तकनीकों के बारे में अधिकारियों को अवगत करवाने के लिए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत ब्लाॅक स्तर पर तैनात प्रदेश भर के 50 खंड तकनीकी प्रबंधक और सहायक तकनीकी प्रबंधकों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य कृषि प्रबंधन एवं प्रसार संस्थान में आयोजित इस तीन दिवसीय रिफ्रेशर कार्स का शुभारंभ प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर ने किया। इस मौके पर राकेश कंवर ने कहा कि प्रदेश में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती बड़ी तेजी से किसान-बागवानों के बीच में बल पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि किसानों तक इस खेती विधि को पहुंचाने का पूरा श्रेय ब्लाक स्तर पर तैनात अधिकारियों को जाता है। उन्होंने बताया कि अभी तक 50 हजार से अधिक किसान इस खेती विधि से जुड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के रिफ्रेशर कोर्स से अधिकारियों ने उत्साह का संचार होता है और उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इस रिफ्रेशर कोर्स में खंड तकनीकी प्रबंधकों को डाटा रिकार्डिंग टूल्स एंड मैथड, प्रसार सुधार के बारे में तकनीकी जानकारी दी गई।
भारतीय नस्ल की गाय खरीद के बारे में दी जाएगी जानकारी
कोर्स के दूसरे दिन अधिकारियों को भारतीन नस्ल की गाय की खरीद के समय बरती जाने वाले सावधानियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा एक्सपर्ट किसानों की विकासात्मक कहानियों को रिपोर्ट करने, सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की अवधारणा के बारे में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के कार्यकारी निदेशक प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल जानकारी देंगे।