मुख्यमंत्री पशुपालकों के लिए ला रहे हैं नई योजना,जिसकी बजट में होगी घोषणा -हर्षवर्धन चौहान

पशुधन का ग्रामीण आर्थिकी में बहुत बड़ा योगदान-हर्षवर्धन चौहान

गाय का दूध 80 रुपये तथा भैंस का दूध 100 रुपये किलो खरीदेगी प्रदेश सरकार

नाहन: प्रदेश की आर्थिकी में पशुधन का बड़ा योगदान है, किसानों को उन्नत किस्म के पशुधन को बढ़ावा देकर अपनी आजीविका को मजबूत करना चाहिए। यह बात उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नाहन के समीप माता बालासुंदरी गौ-सदन में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित किसान जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए कही।

उद्योग मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है, सत्ता सुख के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि पहली ही कैबिनेट में 1.36 लाख कर्मचारियों की ओपीएस बहाल की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लगभग 11 हजार करोड रुपये की कर्मचारियों की देनदारियां छोड़ी हैं।

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है, हर नौजवान सरकारी क्षेत्र में नौकरी देखता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमीरपुर एसएससी बोर्ड में धांधली हुई, पात्र और गरीब घरों के बच्चे नौकरी से वंचित रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो संस्थान पेपर बेच दे उसकी विश्वसनीयता कहां हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों की हमारी सरकार से बहुत आकांक्षाएं हैं, जिन्हें हम निश्चित तौर पर पूरा करेंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पशुपालकों के लिए नई योजना ला रहे हैं जिसकी बजट में घोषणा होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने तथा किसानों की आर्थिक दशा सुधारने के हिए हर किसान सेे 80 रुपये किलो गाय का दूध और 100 रुपये किलो भैंस का दूध खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्ति को लाभ मिले इस बात पर विशेष बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा किसान आत्म निर्भर होगा तो देश-प्रदेश तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं हम इसे और सुदृढ़ कर रहे हैं।

उद्योग मंत्री ने कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में कार्यशील स्टाफ को भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि संस्थान खोलने से बेहतर है मौजूदा संस्थानों को मजबूत करना, भाजपा ने अनेक ऐसे स्कूल खोले जहां आज एक भी बच्चा नहीं है और 235 ऐसे स्कूल सामने आए हैं।

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश के साथ जिला सिरमौर का विकास करना हमारी प्राथमिकता है और नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने लोगों से अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करने व विकास में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सब्सिडी के पीछे भागने से हम तरक्की नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वही व्यक्ति समृद्ध माना जाएगा जिसके पास जमीन होगी। उन्होंने कहा कि जमीन एक स्थायी संपति है जो कई पीढ़ियों का पालन पोषण करती है, इसलिए किसानों को जमीनों की देखभाल और हिफाजत करनी चाहिए।

विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि सरकार किसानों, बागवानों और पशुपालकों के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार की योजनाओं की जानकारी होनी जरूरी है ताकि समुचित लाभ उठाकर अपनी आर्थिकी को बढ़ा सकें।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ग्रामीण व पशुपालकों के प्रति जो विशेष सोच है उसे हम धरातल पर उतारेंगे। पशुपालकों को उनके उत्पाद के अच्छे दाम मिलें तो हमारी किसान शहरों की ओर पलायन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण लोग भी गांव में पशुपालन छोड़ रहे हैं और हमारा प्रयास पुनः पशु पालन के लिए लोगों को प्रेरित और जागरूक करना है।

इससे पूर्व उप निदेशक पशुपालन विभाग डा. नीरू शबनम ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया व विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला के लिए 4.50 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत हुई है जिसके तहत पशु नस्ल सुधार व पशु स्वास्थ्य पर कार्य होगा।

पशुपालन अधिकारी सतौन डॉ अमित महाजन ने विभागीय गतिविधियों पर बोलते हुए कहा कि विभाग का ध्येय पशुओं का स्वास्थ्य, भेड़ पालन, पशु कल्याण, नस्लों का संरक्षण तथा लाइन विभागों के साथ समन्वय बनाना है। उन्होंने कहा कि विभाग का राष्ट्रीय पशु रोग निवारण कार्यक्रम चलाया जा रहा है ताकि पशुओं को मुहं अथवा खुर की बीमारी से निजात दिलाई जा सके। इसमें साल में दो बार निशुल्क टीकाकरण किया जाता है।

उन्होंने कहा कि जिला में पशुओं की संख्या 2.18 लाख है और 1.34 लाख पशुओं का लम्पी रोग का टीकाकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और बीपीएल परिवार के पशु पालक को 50 प्रतिशत अनुदान पर फीड- चारा उपलब्ध उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 700 लाभार्थियों को उत्तम प्रोत्साहन योजना के तहत सम्मानित किया गया। उन्होंने इस अवसर पर पशुधन बीमा योजना की जानकारी भी प्रदान दी।

डा. विनय शर्मा ने विभाग में डिजिटाईजेशन के बारे में जानकारी सांझा करते हुए कहा कि पशु में लगा टैग देश में किसी भी जगह पशु की पहचान करने में सक्षम है। पशु उपचार भी टैग वाले पशु का ही होगा व कृत्रिम गर्भादान भी टैग युक्त पशु का ही होगा।

राजेन्द्र बंसल कोषाध्यक्ष एसपीसीए नाहन ने कहा कि गौ शालाओं का संचालन बेहतर ढंग से हो इसके लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

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