पर्यटन राजधानी बनने की ओर अग्रसर कांगड़ा, डीसी ने की रूपरेखा पर चर्चा, मांगे सुझाव

धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विजन के अनुरूप कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने को कवायद तेज हो गई है। जिला प्रशासन इसे लेकर रूपरेखा बनाने में जुटा है। इस क्रम में उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने पर्यटन अधोसंरचना विकास और जिले में पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर योजना पर विचार विमर्श के लिए मंगलवार को जिला अधिकारियों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हितधारकों के साथ बैठक की।

इस दौरान पर्यटन को लेकर सुविधाओं के विकास से जुड़े विविध पहलुओं पर चर्चा के साथ सभी से सुझाव लिए गए।

ढांचागत सुधार और पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विकास पर बल

उपायुक्त ने कहा कि कांगड़ा जिला अपने आप में पर्यटन का संपूर्ण पैकेज है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का विजन है कि कांगड़ा जिले की इस खूबी का उपयोग हो और जिले का पर्यटन राजधानी के रूप में विकास हो। यहां हर वर्ग के पर्यटक के लिए आनंद और रोमांच के अनेकों विकल्प मौजूद हैं। यहां प्रकृति, कला-संस्कृति, इतिहास और धर्म के विविध आख्यान भरे पड़े हैं। इन्हें बेहतर और व्यवस्थित तरीके से लोगों के सामने लाने की दिशा में काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिले में ढांचागत सुधार और पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विकास पर बल दिया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक लोग यहां घूमने और काम के सिलसिले में आएं।

कांफ्रेंस गंतव्य बन रहा धर्मशाला

डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि धर्मशाला को कांफ्रेंस गंतव्य के तौर पर विकसित करने पर काम किया गया है। वहीं यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का कन्वेंशन सेंटर बनाने की दिशा में काम जारी है। पिछले साल राष्ट्रीय स्तर की दो बड़ी कॉन्फ्रेंस सफलतापूर्वक यहां आयोजित की गईं। इसके चलते अब धर्मशाला को जी-20 की बैठक की मेजबानी का जिम्मा मिला है। यह अवसर कांफ्रेंस गंतव्य के रूप में धर्मशाला की पहचान को नई ऊंचाई देगा। वहीं पालमपुर क्षेत्र में भी करीब 50 करोड़ रुपये व्यय कर सुविधा विकास और सौंदर्यीकरण का काम किया गया है। कांगड़ा किले में लाइट एंड साउंड गतिविधियों के अलावा भी अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर नई पर्यटकों के आकर्षण की सुविधाएं बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं।

हरिपुर के पुराने मंदिर हों याकि अन्य ऐतिहासिक स्थल, ट्रैकिंग रूट याकि कन्वेंशन सेंटर, पर्यटन की दृष्टि से सभी पहलुओं पर काम किया जाएगा।

ईमेल पर भी भेज सकते हैं सुझाव

डॉ. निपुण जिंदल ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े सभी हितधारकों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि पर्यटन इंडस्ट्री के तौर पर प्रदेश सरकार से अपनी अपेक्षाओं को प्रशासन से अवश्य साझा करें, उन्हें सरकार के समक्ष रखा जाएगा। ताकि यहां पर्यटन और फले फूले । हितधारक अपने सुझाव जिला पर्यटन अधिकारी के ईमेल पते ‘डीटीडीओकांगड़ा एट दी रेट जीमेल डॉट कॉम’ पर भेज सकते हैं।

हितधारकों ने दिए बहुमूल्य सुझाव

बैठक में एडीसी सौरभ जस्सल, जि़ला पर्यटन विकास अधिकारी विनय धीमान सहित होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों, टूर एंड ट्रैवल व एडवेंचर स्पोर्ट्स एसोसिएशन सहित अन्य हितधारकों और विभागीय अधिकारियों ने पर्यटन विकास एवं सुविधाओं के विस्तार को लेकर बहुमूल्य सुझाव दिए।

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