जनता के लिए खोले गए संस्थानों को फिजूलखर्ची बताकर किया बंद, अब 6 सीपीएस बनाकर सरकारी खजाने पर क्यों डाला जा रहा बोझ ? : बिक्रम ठाकुर
जनता के लिए खोले गए संस्थानों को फिजूलखर्ची बताकर किया बंद, अब 6 सीपीएस बनाकर सरकारी खजाने पर क्यों डाला जा रहा बोझ ? : बिक्रम ठाकुर
हिमाचल: प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा विभागों को डिनोटिफाई करने पर भाजपा लगातार निशाना साध रही है। भाजपा द्वारा कांग्रेस पर बदले की भावना से काम करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, वहीं विभागों को बन्द करने पर पूर्व मंत्री और विधायक विक्रम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को अनुभवहीन करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को यह सरकार बंद कर रही है जबकि लोगों की मांग पर ही यह विभाग खोले गए थे, लेकिन सरकार अभी से इन्हे बंद कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अनुभवहीन हैं ना तो वे कभी मंत्री रहे और ना ही चेयरमैन रहे।
डीजल पर वैट बढ़ाने पर भी बिक्रम ठाकुर ने निशाना साधा ओर कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस लगातार महंगाई को मुद्दा बनाकर हो हल्ला करती रही, लेकिन अब सत्ता में आते ही सूक्खु सरकार ने अपना असली रूप दिखा दिया है और डीजल पर वैट बढ़ा दिया गया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है । इससे आम लोगों पर बोझ पड़ने वाला है । डीजल के दाम बढ़ने से सभी वस्तुओं पर इसका असर पड़ेगा और महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इसका असर सब्जी से लेकर उद्योगों तक पड़ेगा। सरकार को इस फैसले पर दोबारा से विचार करना चाहिए और डीजल पर वेट को वापिस लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनता के लिए खोले गए संस्थानों को फिजूलखर्ची बताकर बंद करने वाली कांग्रेस सरकार को हिमाचल के संसाधनों की कितनी चिंता है, वो इस बात से पता चल जाता है कि पहले तो उसने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले अपने तीन-तीन चहेतों को कैबिनेट रैंक दे दिया। फिर मंत्रीपद न मिलने से कोई नाराज न हो जाए इसके लिए 6 सीपीएस बना दिए। पूर्व मंत्री ने सवाल उठाया कि सीपीएस के पास जब कोई शक्तियां ही नहीं हैं, वे किसी तरह का निर्णय ही नहीं ले सकते तो 6-6 सीपीएस बनाकर सरकारी खजाने पर क्यों बोझ डाला जा रहा है?
जनता के लिए खोले गए संस्थानों को फिजूलखर्ची बताकर बंद करने वाली कांग्रेस सरकार को हिमाचल के संसाधनों की कितनी चिंता