स्टार्टअप्स द्वारा दाखिल किए गए पेटेंट आवेदन जो 2016-17 में 179 थे अब 2021-22 में बढ़कर हुए 1500
स्टार्टअप्स द्वारा दाखिल किए गए पेटेंट आवेदन जो 2016-17 में 179 थे अब 2021-22 में बढ़कर हुए 1500
सुविधादाताओं के पेशेवर शुल्कों के उन्नयन के लिए बौद्धिक संपदा (आईपी) संरक्षण योजना को संशोधित किया गया
स्टार्टअप्स द्वारा दाखिल किए गए पेटेंट आवेदन जो 2016-17 में 179 थे 2021-22 में बढ़कर 1500 हो गए; स्टार्टअप्स द्वारा दाखिल किए गए ट्रेड मार्क आवेदन जो 2016-17 में 4 थे 2021-22 में बढ़कर 8649 हो गए
नई दिल्ली: स्टार्टअप्स के बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) की सुरक्षा, संवर्धन और उनके बीच नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए, भारत सरकार ने 2016 में स्टार्ट-अप्स बौद्धिक संपदा संरक्षण (एसआईपीपी) की सुविधा प्रदान करने की एक योजना शुरू की थी। इस योजना ने स्टार्टअप्स को आईपी सुविधादाताओं की सहायता से अपने पेटेंट की फाइलिंग और प्रोसेसिंग, डिजाइन या ट्रेडमार्क आवेदन करने की सुविधा प्रदान की। जिसका शुल्क कार्यालय महानियंत्रक पेटेंट डिजाइन और ट्रेडमार्क, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, भारत सरकार द्वारा वहन किया गया था। इस योजना के सफल कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप स्टार्टअप्स द्वारा आईपी फाइलिंग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, इस योजना को 31 मार्च, 2023 तक तीन वर्षों की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया था।
स्टार्टअप्स द्वारा फाइल किए गए आईपी आवेदनों की संख्या को बढ़ाने के लिए, स्टार्टअप्स को गुणवत्ता युक्त सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य और आईपी सुविधादाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए अब इस योजना को संशोधित किया गया है और सुविधा शुल्क में उल्लेखनीय रूप से कम से कम 100% की वृद्धि की गई है। यह संशोधित योजना 02 नवंबर, 2022 से लागू हुई है।