बारामुला में आतंकी मुठभेड़ में हिमाचल का जवान शहीद

हिमाचल: जम्मू-कश्मीर के बारामूला के आतंकी मुठभेड़ में शहीद कुपवी क्षेत्र की मझौली पंचायत के गौंठ निवासी कुलभूषण की पार्थिव देह शुक्रवार रात तक घर पहुंचने की संभावना है। शनिवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की संभावना है। पिता और छोटी बहन चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं।

जम्मू के अस्पताल से शहीद की देह को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ पहुंचाया गया है। चंडीगढ़ से सड़क के जरिये देह को उनके गांव पहुंचाया जा रहा है। कुलभूषण के शहीद होने की सूचना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। शहीद की माता दुर्मा देवी और पत्नी नीतू बार-बार बेसुध हो रही हैं। कुलभूषण की एक साल पूर्व शादी हुई थी। घर में ढाई माह का बेटा है। जानकारी के अनुसार कुलभूषण मांटा के पिता का नाम प्रताप सिंह और माता का नाम दूरमा देवी है। उनकी तीन बहनें रेखा, किरण और रजनी हैं। इनमें से दो बहनों रेखा और किरण की शादी हो चुकी हैं। वहीं रजनी अभी अविवाहित है।

जवान कुलभूषण मांटा की शहादत की खबर से कुपवी में लोग गमगीन हैं। 

बता दें, कश्मीर के बारामुला जिले के सीरी इलाके के वनसीरन तारीपोरा जंगल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन के दौरान बुधवार को मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मारा गया, जबकि गोलीबारी में सेना की  52 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान कुलभूषण मांटा गोली लगने से घायल हो गए। जिन्हें तुरंत अस्पताल लाया गया। ऐसे में गुरुवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया। शनिवार को ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।

कुलभूषण मांटा के निधन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोक व्यक्त किया है। जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया, “कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से मुठभेड़ में वीरभूमि हिमाचल के शिमला जिला से संबंध रखने वाले वीर जवान कुलभूषण मांटा के शहीद होने वाली खबर सुनकर बहुत दुःखी हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें।” एक और ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा, “दुःख की इस घड़ी में हम शहीद के परिवार के साथ खड़े हैं। वीर जवान कुलभूषण मांटा की शहादत को नमन. ॐ शांति!”

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