भारद्वाज ने किया “कायाकल्प इनिशिएटिव” का शुभारंभ, IGMC बना प्रथम आयुर्विज्ञान विद्यालय

शिमला: कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में “कायाकल्प इनिशिएटिव” अभियान का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर आईजीएमसी प्रधानाचार्य डॉ. सीता ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज, डॉ. राहुल गुप्ता व कर्मचारी उपस्थित थे।

भारद्वाज ने कहा कि 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “स्वच्छ भारत मिशन” शुरू किया गया, जिसके तहत देश भर के जाने माने व्यक्तित्व को इस मिशन में शामिल किया गया ताकि पूरे देश में स्वच्छता अभियान को बढ़ावा मिल सकेमिशन के अंतर्गत अलग-अलग विभागों द्वारा विभिन्न प्रकार की पहल की गई। इसी तर्ज पर “स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार” और “राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन” द्वारा “कायाकल्प इनिशिएटिव” अभियान स्वास्थ्य विभाग में भी प्रारंभ किया गया। 

हिमाचल प्रदेश में इस अभियान का शुभारंभ आज आईजीएमसी से हुआ। आईजीएमसी प्रदेश का स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रमुख संस्थान है। क्योंकि प्रदेश की 72 लाख आबादी के स्वास्थ्य का संरक्षक बनकर कोविड काल में भी 330 बैड का “कोविड केयर यूनिट” और साथ-साथ में नॉन-कोविड मरीजों के लिए भी सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाकर देश भर का एक मात्र स्वास्थ्य संस्थान बना है और हिमाचल वासियों के दिल में आईजीएमसी के लिए एक अलग स्थान हैआईजीएमसी प्रदेश का प्रथम मेडिकल कॉलेज है जिसने स्वच्छ भारत मिशन के तहत “कायाकल्प इनिशिएटिव” अभियान का शुभारंभ प्रदेश के मरीजों के हित के लिए आरंभ किया है

आइजीएमसी के  प्रशासनिक अधिकारी एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राहुल गुप्ता

भारद्वाज ने कहा कि इस नई पहल का उद्देश्य भारत में न सिर्फ स्वच्छता को बढ़ाना है, अपितु स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना भी हमारी सरकार का उद्देश्य है यह नया अभियान स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाले समय में एक असरदार और कारगर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कायाकल्प अभियान के तहत विभिन्न उद्देश्यों पर कार्य किया जायेगा, जिसमें अस्पताल में मिलने वाली सुविधा और इसका रख-रखाव, स्वच्छता, मरीजों को मिलने वाली सुविधा, बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन, अस्पताल से होने वाले संक्रमण पर नियन्त्रण करना, मरीजों को मिलने वाली सेवाओं का स्तर तथा  दाखिल मरीजों की रहने की उचित व्यवस्था का स्तर बढ़ाने के लिए इन उद्देश्यों को इस अभियान में शामिल किया गया है। उन्होंने इस अभियान को सर्व जनहित के लिए ओर ज्यादा आगे ले जाने के लिए वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक शिमला के कार्यालय को अपनी विधायक निधि से 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।

इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) के  प्रशासनिक अधिकारी एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और प्रिंसीपल सचिव (स्वास्थ्य) से प्राप्त निर्देशानुसार प्रदेश हित में हिमाचल वासियों और समाजसेवी दानी सज्जनों के सहयोग से यह “कायाकल्प इनिशिएटिव” अभियान का 50 प्रतिशत लक्ष्य 2 अक्तूबर, 2022 तक सुनिश्चित कर लिया जायेगा, ताकि प्रदेश का यह प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थान भविष्य में भी लोगों का विश्वास जीतने में समर्थ रहे।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश है कि ” स्वराज को पाने के लिए सभी भारतवासियों को लोगों की आशाओं और उम्मीदों के अनुरूप सर्वदा कार्य करना पड़ेगा ताकि हमारा भारत वर्ष नई ऊँचाइयों को छू सके”।

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