दिसम्बर, 2022 तक प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में निःशुल्क जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य

राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में 16.51 लाख घरों को निःशुल्क उपलब्ध करवा रही है पेयजल

पानीयं परमं लोके जीवानां जीवनं समृतम्। इस सूक्त में जल की महत्ता को रेखांकित किया गया है। इसी से अभिप्रेरित जल जीवन मिशन के माध्यम से राज्य सरकार हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों से लेकर तलहटियों में बसे छोटे से छोटे गांव के हर घर तक पेयजल पहुंचाने के चुनौतीपूर्ण कार्य को बखूबी अंजाम दे रही है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को देश के समक्ष नल से हर घर को शुद्ध जल उपलब्ध करवाने का संकल्प रखा था। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रारम्भ किए गए जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध करवाया जा रहा है। महिलाओं व बच्चियों को मीलों दूर स्थित प्राकृतिक स्रोतों से पानी लाने की कड़ी मेहनत से छुटकारा दिलाना भी इस मिशन का उद्देश्य है।

जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक घर में नल से जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में जहां प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 96 प्रतिशत घरों में मुफ्त पेयजल प्रदान करने की पहल भी की है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 15 अप्रैल, 2022 को हिमाचल दिवस के मौके पर चंबा के चौगान में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निःशुल्क पेयजल (पानी) उपलब्ध करवाने की घोषणा की थी। इससे ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 70 लाख आबादी प्रतिमाह लाभान्वित हो रही है। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 17,27,518 घर हैं, जिनमें से राज्य सरकार द्वारा अब तक लगभग 16.51 लाख घरों को पेयजल कनेक्शन प्रदान कर निःशुल्क पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।

प्रदेश में जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन का सुखद परिणाम यह रहा कि चार जिलों किन्नौर, चम्बा, लाहौल-स्पीति और जिला ऊना में शत-प्रतिशत घरों में राज्य सरकार द्वारा नल कनेक्शन प्रदान कर ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क पेयजल प्रदान किया जा रहा है तथा अन्य जिलों में भी 90 प्रतिशत से अधिक घरों तक नल कनेक्शन उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जल शक्ति विभाग द्वारा राज्य के सभी जिलों में अब तक 46,853 घरों में नल कनेक्शन लगाए गए हैं।

शिमला जिला में ग्रामीण क्षेत्र में स्थित कुल 1,73,123 में से 1,64,806 घरों, कुल्लू जिला में कुल 1,14,481 में से 1,06,634 घरों, कांगड़ा जिला में कुल 4,13,171 में से 3,89,167 घरों, सिरमौर जिला में कुल 1,21,248 में से 1,13,849 घरों, मंडी जिला में कुल 3,11,575 में से 2,93,148 घरों, हमीरपुर जिला में कुल 1,12,172 में से 1,06,488 घरों, सोलन जिला में कुल 1,13,821 में से 1,10,341 घरों, बिलासपुर जिला में कुल 1,00,179 में से 99,333 घरों में तथा किन्नौर जिला में सभी 22,763 घरों, चम्बा जिला में सभी 1,21,752 घरों, लाहौल-स्पीति जिला में सभी 7,284 घरों और ऊना जिला में सभी 1,15,949 घरों में अब तक नल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं।

प्रदेश को वर्ष 2019 से अब तक लगभग 4567 करोड़ रुपये की राशि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत केंद्र से प्राप्त हुई है। नल कार्यशीलता व जल गुणवत्ता में हिमाचल को देश में सबसे आगे आंका गया है और सात राज्यों में अव्वल रहने पर 1028.43 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि भी केंद्र सरकार से प्रदेश को मिली है।

राज्य सरकार ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत पानी का कनेक्शन लगवाने की प्रक्रिया और सरल की है तथा कोई भी व्यक्ति साधारण कागज पर अपना आवेदन पत्र देकर व उसके साथ आधार कार्ड की प्रतिलिपि लगा कर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का कनेक्शन लगवा सकता है। नल कनेक्शन के लिए पाईपें भी राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग की ओर से निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती हैं।

जल शक्ति विभाग ने दिसम्बर, 2022 तक प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में निःशुल्क जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसके दृष्टिगत विभाग ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर को निःशुल्क हर घर नल से जल उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है।

ग्रामीण पृष्ठभूमि से सम्बंधित प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आवश्यकताओं को भली-भान्ति समझते हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निःशुल्क पेयजल प्रदान करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं। सदानीरा नदियों के उद्गम स्थल हिमाचल में जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर नल से शुद्ध जल उपलब्ध करवाने में उनके यह प्रयास अब रंग ला रहे हैं।

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