नई दिल्ली : केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी की घटनाओं पर प्रभावी रूप से रोक लगाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सराहना की है। बीएसएफ की स्वर्ण जयंती परेड को संबोधित करते हुए आज राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाओं में 70 प्रतिशत कमी आयी है। उन्होंने कहा कि इस कदम की उत्तर से दक्षिण भारत, जहां कहीं भी वे दौरे पर गये, सभी वर्गों ने व्यापक रूप से सराहना की।
पाकिस्तान द्वारा किये जाने वाले संघर्ष विराम उल्लंघनों के जवाब में बीएसएफ द्वारा की गई जबरदस्त जवाबी कार्रवाई की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे बीएसएफ पर राष्ट्र का यह भरोसा और भी मजबूत हुआ है कि वह मुस्तैदी से सीमाओं की चौकसी करेगा। सिंह ने कहा कि उनकी हाल की चीन यात्रा के दौरान उन्हें बताया गया कि चीन की महान दीवार का उपयोग की रक्षा की अग्रिम कतार के रूप में होता था। उन्होंने कहा कि यह कहा जा सकता है कि भारत में बीएसएफ राष्ट्र की रक्षा की प्रथम ‘दीवार’ है। केंद्रीय गृहमंत्री ने आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद विरोधी अभियानों सहित आंतरिक सुरक्षा और गुजरात में आए भूकम्प और पिछले साल जम्मू कश्मीर में आयी बाढ़ के दौरान किए गए राहत एवं बचाव के कार्यों जैसे मानवीय प्रयासों में बीएसएफ के योगदान को भी याद किया। राजनाथ सिंह ने स्वच्छ भारत अभियान और रिकॉर्ड बुक्स में स्थान दिलाने वाले व्यापक वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिए भी बीएसएफ की सराहना की।
बीएसएफ के महानिदेशक डी.के. पटनायक ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि बल देश की सीमाओं की हिफाजत के लिए प्रतिबद्ध है और पिछले साल अपने कर्तव्य पालन करते हुए बल के 14 कर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान किया, जबकि 21 जवान घायल हुये। इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री ने पुरस्कार और ट्राफियां भी प्रदान कीं। बीएसएफ की जांबाज टीम ने मोटरसाइकिलों पर डेयरडेविल प्रदर्शन किया, जबकि बीएसएफ के ऊंट दस्ते ने ऊंट पर सवारी करते विभिन्न योगासनों सहित कई करतब भी दिखाए।