मुख्यमंत्री ने की होमगार्ड जवानों को बिना किसी ब्रेक के साल के 12 माह ड्यूटी देने की घोषणा

शिमला: होमगार्ड के जवानों को बिना किसी ब्रेक के साल के 12 माह की ड्यूटी दी जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के सुंदरनगर में हिमाचल प्रदेश राज्य गृह रक्षक कल्याण संघ द्वारा आयोजित होमगार्ड जवानों के राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुल 12 बटालियनों में लगभग 8,000 होमगार्ड जवान हैं। उन्होंने कहा कि होमगार्ड के जवान सभी जिलों में पुलिस के सहायक के रूप में तैनात हैं और किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में आपातकालीन बल के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस और सेना सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सहायता के लिए बॉम्बे प्रांत में 1946 में होमगार्ड की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि देश के आजाद होने के बाद 1962 में होमगार्ड संगठन का पुनर्गठन किया गया और तब से होमगार्ड के जवान विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि नागरिकों में सेवा भावना, साहस और देशभक्ति की भावना जागृत करने, कानून व्यवस्था बनाए रखने और राज्य के सामाजिक-आर्थिक सुधार के उद्देश्य से 1962 में हिमाचल प्रदेश में होमगार्ड संगठन की स्थापना की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने होमगार्ड जवानों के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि करीब तीन माह पूर्व राज्य सरकार ने होमगार्ड जवानों के दैनिक मानदेय को 675 रुपये से बढ़ाकर 883 रुपये प्रतिदिन करने का निर्णय लिया है, जिससे प्रदेश के हजारों होमगार्ड जवान लाभान्वित हुए है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवानों का मानदेय जो 20,258 रुपये प्रति माह था, इस बढ़ौतरी के बाद अब बढ़कर 26,492 रुपये प्रति माह हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार होमगार्ड जवानों को वेतन वृद्धि देने के बाद मानदेय पर प्रतिमाह 3 करोड़ रुपये और सालाना 34 करोड़ रुपये व्यय कर रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को सभी कर्मचारियों के लिए लागू कर दिया गया है, जिससे राज्य के लाखों कर्मचारी लाभान्वित हुए है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में एक जनवरी, 2016 से 31 दिसंबर, 2021 तक का एरियर देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यदि होमगार्ड के जवानों को जिला या राज्य के बाहर तैनात किया जाता है, तो उन्हें प्रति दिन 60 रुपये की दर से दैनिक भत्ता दिया जाता है। उन्होंने कहा कि नया वेतनमान लागू करने से होमगार्ड जवानों के पारिश्रमिक भत्ते में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि नए वेतन फार्मूले के अनुसार मूल वेतन पर 31 प्रतिशत डीए और 30 रुपये धुलाई भत्ता भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गृह रक्षा विभाग में मानद पदों पर तैनात होमगार्डों के रैंक भत्ते में भी वृद्धि की है। कंपनी कमांडर से लेकर सेक्शन लीडर तक का रैंक भत्ता बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि अब कंपनी कमांडर को 30 रुपये की जगह 50 रुपये, सीनियर प्लाटून कमांडर व प्लाटून कमांडर को 24 रुपये की जगह 40 रुपये, हवलदार को 18 रुपये की जगह 30 रुपये और सेक्शन लीडर को 12 रुपये की जगह 20 रुपये रैंक भत्ता प्रतिदिन मिलेगा।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश होमगार्ड वेल्फेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 1.51 लाख रुपये का चेक भी भेंट किया।
सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सशक्त नेतृत्व में राज्य सरकार ने समाज के हर वर्ग का कल्याण सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को उनका पूरा बकाया समय पर उपलब्ध करवाया गया है।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश होमगार्ड्स वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष दुर्गा दास ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, जिला परिषद के अध्यक्ष पाल वर्मा, एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष दलीप ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री, कमांडेंट होमगार्ड मंडी भूपिंद्र सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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