मत्स्य क्षेत्र में प्रदेश को मिला अन्तर्देशीय माहिगीर जलाशय पुरस्कार

शिमला: मात्स्यिकी क्षेत्र में शानदार उपलब्धियों के लिए हिमाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ अन्तर्देशीय माहिगीर-जलाशय पुरस्कार प्रदान किया गया है। विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर 21 नवंबर, 2015 को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने विभिन्न 12 श्रेणियों के पुरस्कार प्रदान किए जिसमें हिमाचल प्रदेश को भी इस पुरस्कार से नवाजा गया।

प्रदेश सरकार ने इस पुरस्कार के लिए बिलासापुर ज़िला के गोविंदसागर जलाशय की मत्स्य सहकारी सभा भाखड़ा को चयनित किया था। सभा की ओर से प्रधान तिलक राज ने केंद्रीय मंत्री से यह पुरस्कार प्राप्त किया। वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने इस उपलब्धि के लिए सभा और मत्स्य विभाग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को मात्स्यिकी क्षेत्र में इस प्रकार का पुरस्कार पहली बार मिला है, जो गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि गोविंद सागर जलाशय राष्ट्रीय स्तर पर प्रति हैक्टेयर अधिकतम मत्स्य उत्पादन में कई वर्षों से रिकार्ड उत्पादन कर रहा है। मत्स्य उम्पादन में राष्ट्रीय औसत 33 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर की तुलना में गोविंदसागर जलाशय में 149 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर का उत्पादन किया जा रहा है। एक और बड़ी करते हुए विभाग ने रैनबो ट्राउट पालन के क्षेत्र में नार्वे से आयोत की गई मत्स्य पालन तकनीक को निजी क्षेत्र में स्थानांतरित कर 275 से अधिक ट्राउट मत्स्य पालकों के माध्यम से 570 ट्राउट इकाइयां स्थापित कर नया आयाम स्थापित किया है। भरमौरी ने कहा कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों भरमौर, पांगी, लाहौल-स्पिति व किन्नौर में भी ट्राउट पालन आरंभ किया गया है जहां निजी क्षेत्र में 141 ट्राउट यूनिट स्थापित की जा चुकी हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव (मत्स्य) उपमा चौधरी ने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध मत्स्य स्त्रोतों के अनुरूप मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं जैसे- जलाशयों में कोल्ड चैन योजना, आधुनिक मछुआरा गांव आवास योजना, मोबाइल फिश मार्केट योजना, दोहन के उपरांत मछली के सही रख-रखाव के लिए कैब कल्चर योजना आदि आरंभ की गई हैं।

उन्होंने कहा कि आगामी 12 व 13 दिसंबर को बिलासपुर में राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मात्स्यिकी विशेषज्ञ, विज्ञानी, प्रशासनिक अधिकारी, राज्यों के मत्स्य निदेशक और अग्रणी मछुआ/मत्स्य पालक भाग लेंगे।

 

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